उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद अमरीका और दक्षिण कोरिया का संयुक्त हवाई युद्धाभ्यास का आयोजन – अमरिकी बॉम्बर ने भी किया प्रदर्शन

सेउल – शनिवार दोपहर उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण का दक्षिण कोरिया ने प्रत्युत्तर दिया है। रविवार को दक्षिण कोरिया और अमरीका ने ‘एअर डिफेन्स आइडेंटिफिकेशन ज़ोन’ में हवाई युद्धाभ्यास किया। इसमें ‘एफ-१५’, ‘एफ-१६’ और ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमानों के साथ अमरिकी बॉम्बर विमान भी शामिल था। दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए खतरा निर्माण होने पर अमरीका शीघ्रता से अपने रक्षाबलों को कैसे कार्यरत करेगी, इसका परीक्षण इस युद्धाभ्यास में होने की जानकारी दक्षिण कोरिया के रक्षा विभाग ने प्रदान की है। इस युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि पर उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की बहन किम यो जाँग ने अमरीका और दक्षिण कोरिया को फिर से धमकाया है।

हवाई युद्धाभ्यासकुछ ही हफ्ते पहले अमरीका ने कोरिया के साथ दो युद्धाभ्यास करने का ऐलान किया था। इसके बाद उत्तर कोरिया ने आक्रामक भूमिका अपनाई है और लगातार दोनों देशों को धमका रहा है। शुक्रवार को उत्तर कोरिया ने फिर से धमकी देते हुए कहा कि, इस युद्धाभ्यास का प्रत्युत्तर दिया जाएगा। इसके मात्र २४ घंटों के भीतर उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। शनिवार दोपहर को किए गए इस परीक्षण के दौरान वर्णित मिसाइल ने लगभग छह हज़ार किलोमीटर उंचाई तक उड़ान भरी थी।

हवाई युद्धाभ्यासरविवार को उत्तर कोरिया ने इस अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल के परीक्षण की कबूली देते हुए यह मिसाइल ‘ह्वासाँग-१५’ होने का ऐलान किया। शनिवार का परीक्षण उत्तर कोरिया के ‘न्यूक्लियर डिटरंट’ क्षमता परखने के लिए था, यह भी कहा गया है। इस कबूली के साथ ही तानाशाह किम जाँग उन की बहन किम यो जाँग ने नई धमकी भी दी है। उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई भी आक्रामक कदम उठाए गए तो इसका जोरदार और व्यापक कार्रवाई से प्रत्युत्तर दिया जाएगा, ऐसा इशारा किम यो जाँग ने दिया है।

इस धमकी के बाद भी दक्षिण कोरिया और अमरीका ने लड़ाकू विमान एवं बॉम्बर के साथ संयुक्त हवाई युद्धाभ्यास किया। इस दौरान दक्षिण कोरिया और अमरिकी विमानों ने ईस्ट सी और यलो सी की सीमाओं में उड़ान भरने की जानकारी दक्षिण कोरिया ने साझा की। इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों के कुल मिलाकर दस विमान शामिल हुए थे। दक्षिण कोरिया को खतरा निर्माण हुआ तो अमरीका और दक्षिण कोरिया कितनी शीघ्रता से अपनी तैनाती कर सकते हैं, इसका अभ्यास इस दौरान हुआ, ऐसा दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने कहा।

कुछ दिन पहले अमरिकी रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा की थी। इस दौरान ऑस्टिन ने दक्षिण कोरिया को नाटो की तर्ज पर सुरक्षा मुहैया कराने की गवाही दी थी। साथ ही अमरीका दक्षिण कोरिया में अपनी तैनाती बढ़ाएगी, ऐसे संकेत भी दिए थे। अमरीका की इस तैयारी के बावजूद उत्तर कोरिया ने अपनी नीति में बदलाव नहीं किए हैं और मिसाइल परीक्षण जारी रखने की बात शनिवार के परीक्षण से दिखाई दी है। साथ ही ऐसी गतिविधियों के खिलाफ शीघ्रता से कदम उठाने की तैयारी अमरीका और दक्षिण कोरिया करने की कोशिश में होने की बात रविवार के युद्धाभ्यास से दिखाई देने का दावा विश्लेषकों ने किया है।

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