लष्करी सहायता में कटौती करके अमरिका का पाकिस्तान को झटका; पाकिस्तानी लष्कर के प्रशिक्षण भी रोके

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वॉशिंग्टन – रशिया एवं चीन के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए प्रयत्न करने वाले पाकिस्तान को अमरिका ने जोरदार झटका दिया है। अमरिका के संसद में पाकिस्तान को दिए जानेवाली रक्षा सहायता १५ करोड़ डॉलर तक सिमित रखनेवाले विधेयक को मंजूरी दी गई है। उस समय अमरिका के लष्करी प्रशिक्षण संस्था में आगे चलकर पाकिस्तानी सैनिक एवं अधिकारियों का प्रशिक्षण न करने का निर्णय लिया गया है। रशिया एवं पाकिस्तान में लष्करी सहयोग प्रस्थापित होते समय रशियन लष्कर से पाकिस्तानी लष्कर को प्रशिक्षण देने की तैयारी शुरू हुई है। इस बारे में वृत्त प्रसिद्ध होते हुए अमरिका ने पाकिस्तान को दिया यह झटका बहुत कुछ बता रहा है।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सूत्र हाथ लेने से अमरिका के पाकिस्तान संबंधी धारणा में आक्रामक बदलाव हुआ है। पिछले वर्ष अगस्त महीने में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उजागर रूप से पाकिस्तान यह आतंकवाद का समर्थक देश होने की घोषणा करके पाकिस्तान पर निशाना साधा था। उसके बाद पाकिस्तान को दिए जानेवाले लगभग २५ करोड़ ५०० लाख डॉलर की सहायता रोकने का निर्णय लिया गया था। पाकिस्तान आतंकवाद विरोधी युद्ध में समाधानप्रद कामकाज नही कर रहा है, ऐसा आरोप रखते हुए अमरिका ने यह कार्रवाई की थी।

जनवरी महीने में ट्रम्प ने पाकिस्तान को ३३ अरब डॉलर देने का दावा करके पाकिस्तान आतंकवादियों को आश्रय दे रहा है, यह आगे चलकर सहन नहीं किया जाएगा, ऐसा सूचित किया था। ट्रम्प इनके विधान पर कुछ ही दिनों में अमरिका से पाकिस्तान को दी जानेवाली लगभग १.१५ अरब डॉलर की लष्करी सहायता रोकने की घोषणा की गई थी। अमरिका से पाकिस्तान को मिलनेवाली वित्तीय सहायता रोकने के लिए अमरिका के प्रतिनिधि गृह में विशेष विधेयक प्रस्तुत किया गया था।

इस पृष्ठभूमिपर ट्रम्प प्रशासन का यह नया निर्णय पाकिस्तान को नया झटका देने वाला है। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष और प्रशासन से अपमानजनक बर्ताव मिलते समय पाकिस्तान ने चीन एवं रशिया से नजदीकी बढ़ाने के लिए कदम उठाए थे। कई दिनों पहले पाकिस्तान में हुई बैठक में रशिया और पाकिस्तान में रक्षा सहयोग विषय महत्वपूर्ण करार किया गया था। उस समय पिछले कुछ महीनों में चीन से शस्त्रास्त्र खरीदारी करने के लिए करार भी करने की बात सामने आई है।

इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने पाकिस्तान के बारे में लिया गया निर्णय आश्चर्यकारक नहीं है। अमरिका पाकिस्तान के बारे में कठोर निर्णय लेगा और जल्द ही सत्ता पर आनेवाली इमरान खान इनकी सरकार ने इसकी तैयारी रखनी चाहिए, ऐसा विश्लेषकों ने पहले ही सूचित किया था। कई दिनों पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने पाकिस्तान को कर्ज प्रदान नहीं किया जाए, ऐसा अमरिका के विदेशमंत्री ने सूचित किया था। उसे उत्तर देते हुए पाकिस्तान के एक अधिकारी ने ‘हमें अमरिका की सलाह एवं कर्ज की आवश्यकता नही है, ऐसा विधान किया है।

चीन एवं रशिया की सहायता लेकर पाकिस्तान अमरिका को उत्तर दे सकता है, ऐसा इस देश के कट्टरपंथि विश्लेषकों का कहना है। इसके अनुसार पाकिस्तान कदम उठा रहा है और आनेवाले समय में अमरिका के प्रभाव से मुक्त होने की इच्छा रखनेवाले पाकिस्तान को अधिक झटके मिलने की आशंका अधिक बढ़ती दिखाई दे रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.