अमरीका का राष्ट्रीय कर्ज ३२ ट्रिलियन डॉलर्स की सीमा पार कर गया – ट्रेजरी विभाग की जानकारी

वॉशिंग्टन – अमरीका के राष्ट्रीय कर्ज ने ३२ लाख करोड़ डॉलर (ट्रिलियन) की मर्यादा पार की है। अमरिकी अर्थव्यवस्था पर भार बने कर्ज का यह नया विक्रमी स्तर है। ज्यो बायडेन ने राष्ट्राध्यक्ष पद की बागड़ोर संभालने के बाद अमरीका के राष्ट्रीय कर्ज में कुल चार ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। दो हफ्ते पहले ही अमरिकी संसद ने ‘फिस्कल रिस्पॉन्सिबिलिटी एक्ट २०२३’ पारित करके वर्ष २०२५ तक कर्ज मर्यादा स्थगित की थी। इस पृष्ठभूमि पर सामने आए नए आंकड़े ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। 

राष्ट्रीय कर्जपिछले साल अक्तुबर महीने में अमरीका के कर्ज ने ३१ ट्रिलियन डॉलर की मर्यादा पार की थी। इसके बाद मात्र आठ महीनों में अमरीका के राष्ट्रीय कर्ज १ ट्रिलियन डॉलर बढ़ा है। यह मुद्दा बायडेन प्रशासन उठा रहे कर्ज का बड़ा दायरा एवं गति दर्शाता है। इससे पहले के अमरिकी प्रशासनों की तुलना में बायडेन प्रशासन का खर्च काफी मात्रा में बढ़ा है और इसपर रोक लगाने के बजाय कर्ज का भार बढ़ाने की वजह बने फिजूल खर्चे लगातार बढ़ते दिख रहे हैं। 

अमरिकी संसदीय दफ्तर ने पिछले महीने में ही देश की अर्थव्यवस्था में निर्माण हुई खतरनाक कमी पर ध्यान आकर्षित किया था। राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के नेतृत्व में अमरीका का वित्तीय घाटा लगभग एक ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंचा है, यह ऐलान ‘कांग्रेशनल बजट ऑफिस’ (सीबीओ) ने किया था। यह आंकड़े अक्तुबर २०२२ से अप्रैल २०२३ के सात महीनों के हैं। आय और कर्ज का मेल ना करने के कारण ही यह घाटा बढ़ा है, ऐसा दावा ‘सीबीओ’ ने अपनी नई रपट में किया था। 

इसके बाद अब ट्रेजरी विभाग ने कर्ज का भार ३२ ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचने का ऐलान करके बायडेन प्रशासन की अकार्यक्षमता सामने लायी है। कर्ज में आठ ट्रिलियन डॉलर विदेशी हुकूमत और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से उठाया कर्ज है और इसमें सबसे अधिक हिस्सा चीन का है। अमरीका की सेंट्रल बैंक लगातार ब्याजदर बढ़ा रही है और यह अमरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की बात होने की ओर अमरिकी अभ्यासगुटों ने ध्यान आकर्षित किया।

वर्ष २०२० में ‘कांग्रेशनल बजट ऑफिस’ (सीबीओ) ने एक रपट पेश की थी। इसमें अमरीका २०२५ में ३० ट्रिलियन डॉलर की कर्ज पार करेगी, यह अनुमान व्यक्त किया गया था। लेकिन, बायडेन प्रशासन की नीति के चलते यह मर्यादा तीन वर्ष पहले ही पार होती दिख रही है। कर्ज के बढ़ते भार के कारण अगले दशक तक इस कर्ज पर कुल पांच ट्रिलियन डॉलर ब्याज देना होगा, ऐसी संभावना भी विश्लेषकों ने व्यक्त की है। ऐसे में अगले कुछ सालों में अमरीका द्वारा भुगतान होने वाले ब्याज की राशि रक्षा खर्च से भी अधिक होगी, ऐसी चेतावनी दी जा रही है।

वर्ष २००८-०९ की मंदी के बाद अमरिकी अर्थव्यवस्था के कर्ज का भार काफी बढ़ना शुरू हुआ था। पिछले १५ वर्षों में अमरिकी अर्थव्यवस्था का कर्ज २१ ट्रिलियन डॉलर से भी अधिक बढ़ा है। फेडरल रिज़र्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने भी इस मुद्दे पर चेतावनी देते हुए यह कहा था कि, अमरिकी विकास दर से भी अधिक गति से कर्ज का भार बढ़ रहा हैं। 

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