खाड़ी में अमरीका का प्रभाव कम हो रहा हैं – अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों की चेतावनी

वॉशिंग्टन – खाड़ी में अमरीका का अबतक सौदी अरब ही सहयोगी देश के तौर पर जाना जा रहा था। लेकिन, पिछले हफ्ते सौदी ने ‘शांघाय को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन’ (एससीओ) में शामिल होने का ऐलान किया। सौदी का यह ऐलान अमरीका के लिए सबसे बड़ा झटका हैं। क्यों कि, ‘एससीओ’ में सौदी के शामिल होने से सौदी समेत अन्य अरब मित्रदेशों पर अमरीका का प्रभाव कम होता जाएगा। इसके अलावा चीन और रशिया जैसे अमरीका के शत्रु देशों का इस क्षेत्र में प्रभाव बढ़ने की बात भी देखी जा रही हैं, ऐसी चेतावनी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक दे रहे हैं। 

अमरीका का प्रभावसौदी अरब के ‘एससीओ’ में शामिल होने की चर्चा पिछले कुछ महीनों से शुरू थी। सौदी ने इसपर प्रतिक्रिया देना टाल दिया था। लेकिन, पिछले हफ्ते सौदी ने अचानक ही ‘एससीओ’ का ‘डायलॉग पार्टनर’ होने का ऐलान किया। सौदी के इस ऐलान का खाड़ी के अन्य अरब मित्र देशों ने स्वागत किया था। सौदी की तरह यूएई, कुवैत, बहरीन भी ‘एससीओ’ में शामिल हो सकते हैं, ऐसी संभावना जताई जा रही है।

अमरीका का प्रभावचीन और रशिया ने गठित की हुई ‘एससीओ’ विश्व की सबसे बड़ी क्षेत्रीय, राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संगठन होने का दावा किया जा रहा हैं। भौगोलिक दायरा और जनसंख्या पर गौर करे तो यह संगठन विश्व के अन्य प्रादेशिक संगठनों से बड़ी हैं। इसमें चीन, रशिया के साथ ही भारत, कझाकस्तान, किरगिझिस्तान, ताजिकिस्तान, उझबेकिस्तान और पाकिस्तान इन दशों का समावेश हैं। ईरान, बेलारूस निरिक्षक और तुर्की, अज़रबैजान, आर्मेनिया समेत आसियान सदस्य देश भी इस संगठन से जुड़े हैं।

ऐसी इस संगठन में सौदी का समावेश होना अमरीका के लिए गंभीर बात होने की चेतावनी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक दे रहे हैं। इसके साथ ही अमरीका ने खाड़ी क्षेत्र में अपना प्रभाव खो दिया है, ऐसी चेतावनी सायमन वैटकिन्स ने दी हैं। ‘एससीओ’ के साथ जुड़ने के लिए सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने बड़ी जोरदार कोशिश करने की बात से इन्कार नहीं किया जा सकता। लेकिन, चीन-रशिया के गुट में शामिल होने के लिए सौदी को बढ़ावा देने में बायडेन प्रशासन की गलत नीति ज़िम्मेदार हैं, इसपर भी गौर करना होगा, ऐसा वैटकिन्स ने कहा।

सिर्फ खाड़ी में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में अमरीका का प्रभाव कम हो रहा है। अमरीका को वैश्विक नेतृत्व के तौर पर देखने का नज़रिया बदल रहा है, इसपर अमरीका के अन्य एक विश्लेषक ने ध्यान आकर्षित किया। बायडेन की गलत नीति का लाभ चीन उठा रहा हैं, यह दावा भी अमरिकी विश्लेषक कर रहे हैं। 

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.