‘नॉर्ड स्ट्रीम’ ईंधन पाइपलाइन पर हुए हमले में अमरीका शामिल – रशियन विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह

मास्को – रशिया से यूरोप को ईंधन आपूर्ति करने के लिए स्थापित की गई ‘नॉर्ड स्ट्रीम’ ईंधन पाइपलाइन के हुए विस्फोट में अमरीका सीधे शामिल होने का आरोप रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने लगाया। लैव्हरोव्ह ने एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान यह बयान किया। पिछले महीने में अमरिकी वरिष्ठ अधिकारी विक्टोरिया न्यूलैण्ड ने ‘नॉर्ड स्ट्रीम’ में हुए हमले पर संसद में प्रतिक्रिया बयान की थी।

‘नॉर्ड स्ट्रीम १’ रशिया से यूरोप को ईंधन प्रदान कर रही प्रमुख पाइपलाइन है। लेकिन, पिछले साल शुरू हुए रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर इस ईंधन पाइपलाइन से हो रही ईंधन आपूर्ति बंद की गई थी। यूरोपिय देशों ने प्रतिबंध हटाए तो ही ईंधन आपूर्ति सुरू करेंगे, ऐसी आक्रामक भूमिका रशिया ने अपनाई थी। ऐसे में ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ ईंधन पाइपलाइन का निर्माण कार्य पूरा हुआ है, फिर भी जर्मनी की नई सरकार ने इसे शुरू करने की अनुमति देने से इन्कार करने के कारण इससे ईंधन आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। ईंधन सप्लाइ बंद होने की स्थिति में भी सितंबर महीने में यहां पर ईंधन वायु का रिसाव होने की घटना हुई थी।

इसके बाद ‘नॉर्ड स्ट्रीम’ ईंधन पाइपलाइन में विस्फोट होने की जानकारी सामने आयी थी। इस मामले में पश्चिमी देशों ने रशिया पर आरोप लगाए थे। लेकिन, रशिया ने यह आरोप ठुकराए थे। सितंबर महीने में ‘नॉर्ड स्ट्रीम’ पाइपलाइन में किया गया विस्फोट ब्रिटेन और अमरीका की साज़िश होने का आरोप रशियन प्रवक्ता ने लगाया था। रशिया की गुप्तचर यंत्रणा के हाथों में ब्रिटेन के सैन्य विशेषज्ञ हमले की सूचना करने के सबुत होने का बयान दिमित्री पेस्कोव ने किया था।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने भी यह विस्फोट आतंकी हमला है, यह कहकर इसके पीछे ब्रिटीश यंत्रणा होने का दावा किया था। रशिया के विदेश विभाग ने हमले का क्षेत्र नाटो सदस्य देशों का हैं और उन पर अमरीका का नियंत्रण होने के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया था। यूरोप ने इस मामले की गहराई से जांच करना तय किया तो इसमें अमरीका को भी संदिग्ध के तौर पर शामिल करे, ऐसी मांग रशिया ने की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.