तिब्बत का सांस्कृतिक संहार कर रहे चीनी अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए अमरीका ने लगाए प्रतिबंध

वॉशिंग्टन – तिब्बत के १० लाख से भी अधिक बच्चों को उनके पालकों से अलग करके तिब्बती संस्कृति को खत्म करने में शामिल चीनी चीन के अधिकारियों पर अमरीका ने कार्रवाई करके प्रतिबंध लगाए हैं। अमरिकी विदेश मंत्रालय ने इन चीनी अधिकारियों के वीजा पर मर्यादा लगाई है। अमरीका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने इस कार्रवाई की जानकारी साझा की। चीन ने पहले भी तिब्बती युवाओं को कम्युनिस्ट पार्टी की सेना में जबरन भर्ती करने का कदम बढ़ाया था। 

सांस्कृतिक संहारचीन की कम्युनिस्ट हुकूमत झिंजियांग, तिब्बत एवं अन्य हिस्सों की जनता पर ‘हान’ संस्कृति थोपने की कोशिश कर रही हैं। चीन में अन्य कोई भी संस्कृति, धर्म से ज्यादा हान अधिक अहम होने का दावा कम्युनिस्ट हुकूमत कर रही हैं। इसके लिए राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की हुकूमत चीन की जनता पर हान संस्कृति थोप रही हैं। इसी के एक हिस्से के तौर पर चीन ने तिब्बत के १० लाख से भी अधिक लड़के-लड़कियों को उनके पालकों से अलग किया हैं। 

सांस्कृतिक संहारचीन इन बच्चों को बोर्डिंग स्कूल में कम्युनिस्ट हुकूमत के साथ एकनिष्ठ रहने की शिक्षा दे रही हैं। तिब्बत की भाषा, संस्कृति एवं इतिहास इन बच्चों के विचारों से मिटाने का काम चीन कर रहा हैं, ऐसा आरोप फ़रवरी महीने में संयुक्त राष्ट्र संघ के विश्लेषकों ने लगाया था। इस तरह से चीन तिब्बत की संस्कृति को नुकसान पहुंचा रहा हैं, ऐसी आलोचना तिब्बत की स्वतंत्रता की मांग कर रहे नेताओं ने की थी।

चीन ने तिब्बतियों पर शुरू किए इन अत्याचारों का दाखिला देकर अमरिकी विदेश विभाग ने चीन के संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की है। अमरीका ने इन चीनी अधिकारियों के वीजा पर प्रतिबंध लगाए हैं। तिब्बत की भाषा, संस्कृति और धर्म को मिटाने के लिए चीन जोर जबरदस्ती की कार्रवाई करने में लगा होने की आलोचना अमरीका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने की। साथ ही चीन तिब्बतियों पर कार्रवाई करना बंद करें, यह मांग भी उन्होंने की। लेकिन, स्वतंत्र तिब्बत के मुद्दे पर बयान करने से ब्लिंकन दूर रहे हैं।

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