‘डि-डॉलराइजेशन’ की प्रक्रिया रोक नहीं सकेंगे – रशियान राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का बयान

मास्को – ‘‘अमरिकी ‘डॉलर’ वैश्विक स्तर पर अपनी अहमियत खो रहा हैं और यह प्रक्रिया किसी भी तरह से रोकना मुमकिन नहीं होगा। अन्य देश भी सही समय पर डॉलर की निर्भरता कम करें और कारोबार में स्थानीय मुद्रा का इस्तेमाल शुरू करें’’, यह ऐलान रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने किया है। दक्षिण अफ्रीका में शुरू ‘ब्रिक्स’ देशों के बैठक में ‘वर्चुअली’ संबोधित करते हुए रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने डॉलर संबंधित यह चेतावनी दी। साथ ही ‘ब्रिक्स’ संगठन आर्थिक नज़रिये से ‘जी ७’ से भी अधिक मज़बूत साबित होगी, ऐसा दावा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने किया।

‘डि-डॉलराइजेशन’ की प्रक्रिया रोक नहीं सकेंगे - रशियान राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का बयानदक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ‘ब्रिक्स’ के सदस्य देशों के राष्ट्रप्रमुखों की अहम बैठक शुरू है। यूक्रेन युद्ध के लिए दोषी करार देकर अंतरराष्ट्रीय अदालत ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। इस पृष्ठभूमि पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष दक्षिण अफ्रीका में आयोजित ‘ब्रिक्स’ बैठक में उपस्थित नहीं रह सके। ऐसे में ब्रिक्स राष्ट्रप्रमुखों की जारी बैठक में रशिया ने राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का वीडियो दिखाया। २० मिनिटों के इस वीडियो में पुतिन ने यह दावा किया है कि, अमरिकी डॉलर का प्रभाव और अहमियत कम हो रही हैं।

‘रशिया ने डॉलर का उपयोग कम करने के लिए अभियान शुरू किया था। रशिया की इस कोशिश को कामयाबी प्राप्त हो रही है और यह प्रक्रिया रोक नहीं सकेंगे’, ऐसा पुतिन ने कहा। साथ ही ब्रिक्स के अन्य देश भी डॉलर की निर्भरता कम करके कारोबार और व्यापार में स्थानीय मुद्रा का इस्तेमाल जारी रखें, ऐसा आवाहन रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया।

वहीं, ‘ब्रिक्स’ के ब्राज़ील, रशिया, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका यह देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में नए नेतृत्व के तौर पर उभर रहे हैं, ऐसा संदेश पुतिन ने अपने इस वीडियो से दिया है। ‘डि-डॉलराइजेशन’ की प्रक्रिया रोक नहीं सकेंगे - रशियान राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का बयानब्रिक्स देशों के कुल सकल राष्ट्रीय उत्पाद २६ प्रतिशत होने की याद भी पुतिन ने ताज़ा की। साथ ही ब्रिक्स देशों की ‘पर्चेसिंग पॉवर पैरिटी’ यकीनन ‘जी ७’ देशों से अधिक होने का दावा भी पुतिन ने किया। ‘जी ७’ देशों की पर्चेसिंग पॉवर पैरिटी ३० प्रतिशत हैं और ब्रिक्स देशों की ३१ प्रतिशत होने के मुद्दे पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने ध्यान आकर्षित किया।

इसी बीच, ‘डि-डॉलराइजेशन’ यानी डॉलर की निर्भरता कम करने का ऐलान पुतिन ने पहले भी किया था। ब्राज़ील के राष्ट्राध्यक्ष लुला दा’सिल्वा ने भी कुछ हफ्ते पहले ‘डि-डॉलराइजेशन’ का मुद्दा उठाया था। चीन भी रशिया और खाड़ी देशों के ससाथ जारी कारोबार में स्थानीय मुद्राओं का ही इस्तेमाल कर रहा हैं।

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