खाड़ी एवं अफ्रीकी देशों में चीन का प्रभाव बढ़ा, तो अमरीका का घटा – अमरिकी अध्ययन मंडल का इशारा

न्यूयॉर्क – किसी समय अमरीका के प्रभाव में रहें खाड़ी एवं अफ्रीकी देश अब अमरीका से दूर हो रहे हैं| इन देशों पर अमरीका का प्रभाव भारी अर्थात, २० प्रतिशत घटा है| इसका लाभ उठाकर चीन ने खाड़ी और अफ्रीकी देशों में अपना प्रभाव बढ़ाने का इशारा ‘यूरेशिया ग्रूप फाऊंडेशन’ नामक अध्ययन मंडल ने दिया| इसके लिए अमरीका की अफ़गानिस्तान संबंधित एवं विदेश नीति ज़िम्मेदार है, यह दावा इस अध्ययन मंडल ने किया|

चीन का प्रभावपिछले दशक से खाड़ी एवं अफ्रीकी देशों के साथ अमरीका और चीन के व्यापार का ब्यौरा इस अध्ययन मंडल ने सामने रखा है| वर्ष २०१० में चीन और अफ्रीका का व्यापार ११४ अरब डॉलर्स था| तो पिछले साल यही व्यापार २५४ अरब डॉलर्स तक जा पहुँचा| लेकिन, अमरीका और अफ्रीका के व्यापार में कमी देखी गई है, इस पर वर्णित अध्ययन मंडलने ध्यान आकर्षित किया है|

सिर्फ व्यापार ही नहीं बल्कि, अफ्रीकी देशों की अमरीका और चीन संबंधी भूमिका में भी बड़ा बदलाव आया है| अफ्रीकी महाद्विप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था नाइजीरिया में वर्ष २०१० में ८१ प्रतिशत जनसंख्या अमरीका के पक्ष में थी| सन २०१९ में अमरीका को प्राप्त हुआ समर्थन १९ प्रतिशत घटा| अब अफ्रीकी उद्योगक्षेत्र एवं जनता चीन की ओर भरोसेमंद निवेशक के तौर पर देखते हैं, यह दावा इस अध्ययन मंडल ने किया|

चीन का प्रभावखाड़ी क्षेत्र के जॉर्डन देश की अधिकतम जनता चीन से अधिक अमरीका को ही अधिक खतरे के तौर पर देखती है| खाड़ी के देशों में तीव्रता से अमरीका के प्रति नकारात्मक नज़रिया तैयार हुआ है और इसके लिए अफ़गानिस्तान संबंधी भूमिका ज़िम्मेदार होने का दावा इस अध्ययन मंडल ने विश्‍लेषकों के दाखिले से किया| साथ ही अमरीका की विदेश भूमिका ढ़कोसले से भरी होने का विचार खाड़ी के देशों में फैल रहा है, इस पर वर्णित अध्ययन मंडल ने ध्यान आकर्षित किया|

अमरीका की गलत नीति के कारण खाड़ी और अफ्रीकी देशों में अमरीका को लेकर अविश्‍वास निर्माण हुआ है| और ऐसे में वहां पर अमरीका का स्थान चीन ले रहा है| यह दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं| अमरीका हमेशा से ही लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की आज़ादी, मानव अधिकारों के मुद्दों पर जोर देती रही है| हमारे साथ सहयोग करनेवाले देश भी इसी दायरे में रहें, ऐसा अमरीका चाहती है|

लेकिन, चीन कभी भी उससे सहयोग करनेवाले देशों को लोकतंत्र या तानाशाही के नियमों से बांधकर नहीं रखता, इस पर ध्यान आकर्षित किया गया है| इसके अलावा चीन को सस्ता बाज़ार उपलब्ध होने की बात भी इस अध्ययन मंडल ने कही है| इसका लाभ चीन को हो रहा है और अमरीका का प्रभाव कम हो रहा है, यह दावा ‘यूरेशिया ग्रूप फाऊंडेशन’ ने किया|

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