सऊदी और बहरीन द्वारा लेबनान के राजदूत निष्कासित

रियाध/बैरूत – सऊदी अरब, बहरीन के लेबनान के साथ होनेवाले संबंधों में तनाव आया है। सऊदी और बाहरी ने लेबनान के राजदूतों को अपने देशों से निकाला होकर, अपने नागरिकों को भी संदेश दिया है कि वे लेबनान की यात्रा करना टालें। वहीं, अरब देशों की एकजुट बरकरार रखने के लिए सऊदी और बहरीन यह फैसला खारिज करें, ऐसा आवाहन लेबनान ने किया।

lebanon-saudi-baharain-1चार दिन पहले लेबनान के नवनियुक्त सूचना मंत्री जॉर्ज कुर्दोही का एक वीडियो लेबनिज माध्यमों में जारी हुआ। इस वीडियो में यमन में चल रहे गृहयुद्ध के बारे में बात करते समय कुर्दोही ने, हाउथी बागी विदेशियों के आक्रमण से आत्मरक्षा कर रहे हैं, यह बताकर सऊदी तथा अरब मित्र देशों की अप्रत्यक्ष रूप में आलोचना की थी।

इस पर अरब देशों से तीव्र प्रतिक्रिया आई। ‘गल्फ कोऑपरेशन काऊन्सिल-जीसीसी’ के सऊदी, युएई, कुवैत और बहरीन इन देशों ने लेबनीज राजदूतों को समन्स थमाया था। इन चारों देशों के साथ कतार और ओमान में भी लेबनान की आलोचना की। अरब देशों के साथ बने संबंधों को खतरे में डालनेवाले कुर्दोही को सरकार से निष्कासित करें, ऐसी माँग लेबनान से भी हुई थी।

लेकिन लेबनान के प्रधानमंत्री नजिब मिकाती ने उसे नज़रअंदाज किया। वहीं, कुर्दोही ने भी, यह वीडियो महीने भर पहले का है ऐसा बताकर, अपना बचाव करने की कोशिश की। ईरान समर्थक हिज्बुल्लाह ने कुर्दोही के बयानों का समर्थन किया। इस कारण अधिक ही भड़के सऊदी और बहरीन ने लेबनान के राजदूतों को देश छोड़ने की सूचना की। लेबनान के राजदूतों को देश से निकाल देने से पहले सऊदी और बहरीन ने, लेबनान में नियुक्त अपने राजदूतों को वापस बुलाया।

खाड़ी क्षेत्र के देशों से लेबनान को बड़े पैमाने पर वित्तीय सहायता की जाती है। पिछले साल भर से लेबनान की अर्थव्यवस्था संकट में फँसी होकर, सऊदी-बहरीन का असहकार लेबनान की आर्थिक मुश्किलें बढ़ाने वाला साबित हो सकता है।

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