अमरिका के ‘एफ-२२’ रैप्टर्स सौदी में तैनात

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वॉशिंगटन – अमरिका ने ‘एफ२२ रैप्टर्स’ इस ‘फिफ्थ जनरेशन स्टेल्थ’ लडाकू विमानों की तैनाती सौदी अरब में की है| किसी भी प्रकार का ऐलान करने से दूर रहकर अमरिका ने इन अतिप्रगत विमानों का बेडा सौदी में उतरवाया है| पर्शियन खाडी क्षेत्र में ईरान की बढती खतरनाक गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरिका के इन ‘एफ-२२ रैप्टर्स’ विमानों की तैनाती की ओर देशा जा रहा है|

अमरिका के रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने हाल ही में सौदी अरब की यात्रा की थी| इस यात्रा से संबंधित एक वीडिओ अमरिका के ‘एअर फोर्स कमांड सेंट्रल’ ने प्रसिद्ध किया था| इसमें रक्षामंत्री एस्पर सौदी के प्रिन्स सुल्तान एअर बेस’ पर अमरिकी विमान चालकों समेत बातचीत करे दिख रहे है| इस वीडियो में ही अमरिकी विमान चालकों के पीछे ‘एफ-२२ रैप्टर्स’ विमान तैनात एवं उडान भरते दिखाई दिए है| सौदी के हवाई अड्डे पर ‘एफ-२२ रैप्टर्स’ विमानों की यह तैनाती अंतरराष्ट्रीय माध्यम और लष्करी विश्‍लेषकों का ध्यान आकर्षित कर रही है|

‘अमरिका की सेंट्रल कमांड के हाथ खाडी क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा है| यह ध्यान में रखकर लडाकू विमानों की ‘प्रिन्स सुल्तान एअर बेस’ पर हुई तैनाती अहम साबित होती है’, ऐसा इस वीडियो में कहा गया है| इस वर्ष जुलाई महीने में अमरिकी सेना ने सौदी की राजधानी रियाध में ‘एफ-२२’ का स्क्वाड्रन तैनात करने के संकेत दिए थे| पर इसके बाद अमरिकी सेना एवं वायुसेना ने इससे जुडी कोई भी जानकारी नही दी थी|

फिर सितंबर महीने में सौदी के अबकैक और खुरैस इन दो ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद अमरिका ने सौदी के लिए अतिरिक्त सैनिक, लडाकू विमानों के दो स्क्वाड्रन, लंबी दूरी तक गश्त करनेवाले विमान और ‘थाड’ मिसाइलों की यंत्रणा तैनात करने का ऐलान किया था|

पिछले महीने में अमरिका के लंबी दूरी तक गश्त करनेवाले विमान और बॉम्बर विमान सौदी में तैनात होने की खबरें प्राप्त हुई थी| वही, कुछ दिन पहले अमरिका की अतिरिक्त फौज और थाड यंत्रणा सौदी पहुंचने का ऐलान पेंटॅगॉन ने किया था| पर ‘एफ-२२’ संबंधी अमरिका ने प्रतिक्रिया व्यक्त नही की थी| ऐसी स्थिति में सौदी के अहम हवाई अड्डे पर दुनिया के प्रगत स्टेल्थ लडाकू विमानों की हुई तैनाती ध्यान आकर्षित करती है|

इसी प्रिन्स सुल्तान एअर बेस पर अमरिकी सेंट्रल कमांड के वायुसेना का दल तैनात है| कुछ हफ्तें पहले अमरिका ने सेंट्रल कमांड कुछ समय के लिए कतार में स्थानांतरित करने का निर्णय किया था| इसके बाद अमरिका ने रैप्टर्स विमानों का दल इस अड्डे पर तैनात किया है|

‘एफ-२२ रैप्टर्स’ यह दुनिया में सबसे प्रगत स्टेल्थ लडाकू विमान है| ‘फिफ्थ जनरेशन स्टेल्थ विमान’ वायुसेना के बेडे में होनेवाली अमरिका एकमेव देश है| एक ‘एफ-२२’ विमान की किमत १५ करोड डॉलर्स से अधिक है और यह दुनिया का सबसे अधिक महंगा विमान है| रशिया, चीन और फ्रान्स फिफ्थ जनरेशन स्टेल्थ विमान का निर्माण एवं परीक्षण कर रहे है| पर अमरिका के अलावा अन्य किसी भी देश के बेडे में ऐसे अतिप्रगत विमान शामिल नही किए गए है| इस पृष्ठभूमि पर इन विमानों की सौदी में की हुई तैनाती अहमियत रखती है|

इसी बीच पिछले कुछ महीनों से पर्शियन खाडी में बने तनाव की पृष्ठभूमि पर रैप्टर्स की तैनाती की ओर काफी गंभीरता से देखा जा रहा है|

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