इस्रायल के साथ किए सभी समझौतों से पैलस्टिन की वापसी – राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तररामल्ला: वेस्ट बैंक के पैलस्टिनी प्रशासन ने इस्रायल के साथ किए सभी समझौते से वापसी करने का ऐलान किया है| पैलस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने यह घोषणा की है और इस घोषणा के कुछ घंटे बाद ही इस पर अमल होगा, ऐसा उन्होंने कहा है| अमरिका ने इस्रायल और पैलस्टिन के विवाद का हल निकालने के लिए प्रस्ताव रखा था| लेकिन, यह प्रस्ताव इस्रायल के पक्ष में है, यह आरोप पैलस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष ने किया था| वही, अमरिका का यह प्रस्ताव यानी पैलस्टिन की समस्या का हल निकालने का आखिरी अवसर होने के दावे किए जा रहे है| इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के साथ किए समझौतों से पीछे हटकर पैलस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष जाहीर तौर पर संघर्ष की भूमिका अपनाते दिखाई दे रहे है|

इस्रायल और पैलस्टिन के सरकारों में अलग अलग स्तर पर अहम समझौते हुए है| इस में जलसहयोग परियोजना से वेस्ट बैंक में पैलस्टिनी प्रशासकीय इमारतों की सुरक्षा संबंधी समझौते भी शामिल है| साथ ही पैलस्टिनी उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार प्राप्त हो इस लिए भी इस्रायल और पैलस्टिन में सहयोग करने हेतू समझौते हुए है|

लेकिन, इसके आगे इस्रायल के साथ किए किसी भी समझौते प्रति पैलस्टिन प्रतिबद्ध नही रहेगा, यह ऐलान राष्ट्राध्यक्ष अब्बास ने गुरूवार के दिन किया| द्विपक्षीय सहयोग का पालन यदि इस्रायल नही करेगा तो पैलस्टिन भी इन समझौते में रुचि नही रखेगा, यह आलोचना अब्बास ने की| गुरूवार के दिन इस्रायली सेना ने वेस्ट बैंक की इमारत तबाह करने से क्रोधित हुए अब्बास ने यह निर्णय किया होगा, यह संभावना व्यक्त की जा रही है|

इस दौरान अब्बास ने इस्रायल के साथ किए समझौतों से पीछे हटने का निर्णय करने से सीधे वेस्ट बैंक में पैलस्टिनी प्रशासन की सुरक्षा पर असर हो सकता है, यह दावा भी हो रहा है| वेस्ट बैंक में छिपकर बैठे हमास के आतंकी अब्बास के फताह पार्टी के दफ्तर पर कब्जा कर सकते है, यह चिंता इस्रायली यंत्रणा व्यक्त कर रही है|

अमरिका ईरान के लष्करी अड्डों पर हमलें करेगी – अमरिकी विश्‍लेषक का दावा

वॉशिंगटन: ‘पर्शियन खाडी में बने तनाव में बढोतरी होने से अपने हितसंबंधों को खतरा बना तो अमरिका ईरान के विरोध में बडा युद्ध करने के बजाए ईरान के लष्करी ठिकाने पर हमलें करेगी’, यह दावा अमरिका के एक विश्‍लेषक ने किया है| इसके लिए अमरिका अपने ‘मरिन्स’ दल का इस्तेमाल करेगी, यह भी इस विश्‍लेषक ने कहा है|

‘यूएसएस बॉक्सर’ यह एम्फिबियस युद्धपोत अमरिका ने पहले ही पर्शियन खाडी में तैनात की है| इस युद्धपोत ने ईरान का ड्रोन गिराने का दावा किया है| सागरी एवं जमीन पर होनेवाले युद्ध के लिए मददगार साबित होनेवाली इस युद्धपोत पर तैनात मरिन्स ईरान के विरोध में ‘टार्गेटेड’ कार्रवाई के लिए इस्तेमाल किए जाएगे, ऐसा इस विश्‍लेषक का कहना है|

ऐसी कार्रवाई के लिए ही मरिन्स को प्रशिक्षित किया जाता है| ईरान के विरोध में व्यापक युद्ध शुरू किया तो खाडी क्षेत्र में अमरिकी हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है| इस पर विचार करके ईरान के लष्करी ठिकानों पर कार्रवाई करने के विकल्प का विचार हो सकता है, यह दावा इस विश्‍लेषक ने किया है|

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