अमरिका ने तैनात किए सटिक हमला करने में सक्षम ‘निन्जा बम’

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – अमरिका ने आतंकियों पर सटिक हमला करते समय अन्य नुकसान करने से बचने के लिए ‘आर९एक्स’ यानी ‘निन्जा बम’ की तैनाती की है| अमरिकी वायुसेना में मौजूद शीर्ष ड्रोन्स इस बस से सज्जित होने की जानकारी प्रमुख समचार पत्र ने दी है| इस बम की वजह से बडी संख्या में जान का नुकसा नही होगा और सिर्फ आंतकियों को लक्ष्य करना आसानी से मुमकिन होता है, यह दावा अमरिकी अधिकारियों ने किया है| इसके पहले अमरिका ने आतंकियों के विरोध में किए हवाई हमलों में आंतकियों के बजाए ज्यादा संख्या में आम नागरिक मारे जा रहे है, यह तक्रार हो रही थी|

अमरिका के सेना अधिकारियों ने दी हुई जानकारी के नुसार पिछले कुछ वर्षों से रक्षादलों में निन्जा बम का प्रयोग होने का समाचार वर्णित वृत्तपत्र ने प्रसिद्ध किया| अमरिका की प्रमुख गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआईए’ और रक्षा मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ के नेतृत्व में इन निन्जा बम का प्रयोग होता है| इराक, सीरिया, लीबिया, सोमालिया और येमन में पाच बार इन बमों का प्रयोग किया गया है| इस वर्ष जनवरी महीने में येमन में अमरिकी वायुसेना ने इन्ही बम का प्रयोग किया था, ऐसा वर्णित अमरिकी वृत्तपत्र ने अपने समाचार में कहा है|

वर्ष २००० में अमरिका के ‘यूएसएस कोल’ इस विध्वंसक पर हुए हमलें का सूत्रधार और अल कायदा का आतंकी जमेल अहमद मोहम्मद अली अल बदावी को खतम करने के लिए निन्जा बम का इस्तेमाल किया गया था| इस बम के हमलें में गाडी से सफर कर रहा ‘बदावी’ मारा गया था| हमले के दौरान उसके गाडी में और कोई होता तो उसको इस हमले में कुछ भी हानी नही होती, इतने सटिक तरीके से इस बम का प्रयोग हो सकता है, ऐसा अमरिकी अधिकारियों का कहना है|

इसके पहले अमरिका के पास निन्जा बम होने के समाचार प्रसिद्ध हुए थे| लेकिन, अमरिकी यंत्रणा ने इस संबंधी अधिकृत जानकारी प्रसिद्ध नही की थी| लेकिन, येमन में की कार्रवाई के बाद बदावी के गाडी के फोटो दुनियाभर में प्रसिद्ध होने के बाद अमरिका के निन्जा बम की जानकारी सामने आना शुरू हुआ था|

इराक, सीरिया, लीबिया, सोमालिया और येमन में आतंकविरोधी कार्रवाई में इस्तेमाल हो रहे ‘ड्रोन्स’ पर हेलफायर मिसाइल की तैनाती होती है| इन्हीं हेलफायर मिसाइलों की तरह ‘आर९एक्स’ इस निन्जा बम का निर्माण किया गया है| हेलफायर मिसाइल की तरह निन्जा बम के सामने की बाजू होनेवाले लेजर्स ड्रोन्स से जुडे होते है| दुश्मन या आतंकी की पहचान होते ही निन्जा बस छोडा जाता है| उसके बाद इस बम के सामने के बाजू में १०० पौंड भार के छह नुकिलें और बडी आकार की ‘ब्लेंडस्’ होती है|

बम आतंकी के निकट पहुंचने से पहले ही यह छह ब्लेडस् बम से अलग होती है और आतंकी को लक्ष्य करती है| निन्जा बम की ब्लेडस् इमारत की दिवार या गाडी का छत भी फाड सकती है, यह दावा हो रहा है|

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