यौन उत्पीड़न के अपराधिक मामलों में शामिल पाकिस्तानी वंश के गिरोहों के खिलाफ ब्रिटेन में टास्कफोर्स का गठन होगा – प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक का ऐलान

लंदन – ब्रिटेन में छोटे बच्चे और युवतियों के यौन उत्पीड़न में शामिल गिरोहों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने के संकेत दिए गए हैं। सोमवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक ने ‘ग्रूमिंग गैन्गज्‌ टास्कफोर्स’ का गठन करने का ऐलान किया है। इसमें विशेषज्ञ अधिकारियों का समावेश किया जाएगा और यह फोर्स ग्रूमिंग गैन्गज्‌ के विरोध में पुलिस बल की सहायता करेगा। पिछले कुछ सालों से ब्रिटेन में विभिन्न रपटों में ऐसें गिरोहों में पाकिस्तानी वंश के नागरिकों का समावेश होने की बात सामने आयी थी। ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमन ने भी इस मुद्दे पर तीव्र भूमिका अपनाते हुए यौन उत्पीड़न के अपराधों के पीछे ब्रिटेन स्थित पाकिस्तानी वंश के नागरिकों के गिरोहों के होने की आलोचना की।

यौन उत्पीड़नब्रिटेन के पूर्व गृहमंत्री साजिद जाविद को भी छोटे बच्चे और महिलाओं के उत्पीड़न में पाकिस्तानी वंश के गुनाहगारों के होने की बात स्वीकारनी पड़ी थी। जाविद स्वयं पाकिस्तानी वंश के होने के बावजूद उनकी कबूली की वजह से सनसनी फैली थी। इस पृष्ठभूमि पर सुएला ब्रेवरमन ने भी यौन उत्पीड़न करने वाले अपराधिक गिरोहों का ज़िक्र करते हुए स्पष्ट तौर पर ब्रिटीश पाकिस्तानी कहकर इसका ज़िक्र किया है। यौन उत्पीड़न के अपराध करनेवालों से संबंधित जानकारी होने के बावजूद उनके समाज से या ब्रिटीश समाज से उन्हें कोई स्पष्टरूप से उन्हें रोकते हुए नहीं दिखते, इस पर गृह मंत्री ब्रेवरमन ने तीव्र नाराज़गी व्यक्त की।

यौन उत्पीड़न एवं अत्याचारों के अपराधों को हुई अनदेखी, कार्रवाई करने में प्राप्त हुई असफलता और इस पर रखा गया मौन के कारण इन गुनाहों को अधिक समर्थन प्राप्त होने का दावा भी गृह मंत्री ने किया। नई नीति के तहत इन गुनाहगारों की जानकारी रखनेवालों को भी लक्ष्य किया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक और पुलिस सभी को ज़िम्मेदार करार दिया जाएगा और किसी को अपने कर्तव्य से भाग नहीं सकते, ऐसा इशारा गृह मंत्री ब्रेवरमन ने दिया। पाकिस्तानी वंश के ब्रिटीश नागरिकों की यह विकृति ब्रिटीश मूल्यों के खिलाफ होने का आरोप भी ब्रेवरमन ने लगाया।

यौन उत्पीड़नसाल २०१४ में प्राध्यापक अलेक्सिस जे द्वारा पेश एक रपट में यह कहा गया था कि, साल १९९७ से २०१३ के दौरान लगभग डेढ़ हज़ार छोटे बच्चों का यौन उत्पीड़न हुआ है। इसमें पाकिस्तानी वंश के ब्रिटीश नागरिकों का स्पष्ट ज़िक्र करते हुए सुरक्षा यंत्रणा को इस पर ध्यान देने का आवाहन किया गया था। इस वर्ष फ़रवरी में ‘ग्रूमिंग गैन्गज्‌ : ब्रिटेन्स शेम’ नामक एक डोक्युमेंटरी भी प्रदर्शित हुई थी। इसमें पाकिस्तानी वंश के गिरोहों द्वारा किए जा रहे यौन उत्पीड़न के अपराधों का पर्दा फाश किया गया था।

पिछले कुछ सालों से ब्रिटेन के कई माध्यम एवं जनप्रतिनिधी छोटे बच्चे और युवतियों के यौन उत्पीड़न के मामले उठा रहे हैं। साल २०१८ में ब्रिठेन की एक अदालत ने सात लोगों को सामुहिक अत्याचार एवं यौन उत्पीड़न के गुनाह में दोषी करार दिया था। यह सभी आरोपी पाकिस्तानी वंश के थे। ब्रिटेन के जनप्रतिनिधि लारा चैम्पियन ने पाकिस्तानी वंश के गिरोह ही यौन उत्पीड़न के गुनाहों में शामिल होने का आरोप लगाकर सनसनी फैलायी थी।

ब्रिटेन के एक गुट ने जारी की गई रपट में यौन उत्पीड़न के अपराधिक मामलों के ३९ प्रतिशत गुनाहगार पाकिस्तानी वंश के ब्रिटीश नागरिक होने का बयान किया था।

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