पाकिस्तान से खुफिया ढ़ंग से ब्रिटेन पहुँचा यूरेनियम – डर्टी बम बनाने की आशंका

लंदन –  ब्रिटेन के हीथ्रो हवाई अड्डे से यूरेनियम का पैकेट बरामद किया गया है। यह परमाणु सामान पाकिस्तान से भेजा गया था। इस पैकेट को ब्रिटेन स्थित ईरानी कंपनी के पते पर भेजा गया था, ऐसी जानकारी सामने आ रही हैं। इस मामले की जांच जारी हैं और ड़रने का कारण ना होने का खुलासा ब्रिटेन की यंत्रणाओं ने किया है। लेकिन, इस वजह से पाकिस्तान ने तीन दशक पहले लीबिया, उत्तर कोरिया के लिए परमाणु सामान की तस्करी करने के मामले पर नए से चर्चा शुरू हुई है।

डर्टी बमब्रिटेन के प्रमुख अखबार ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार २९ दिसंबर को ब्रिटेन के जाने माने हीथ्रो हवाई अड्डे के कार्गो विभाग में विचित्र पार्सल पहुँचा था। ओमान से पहुँचे यात्री विमान से उतारे गए इस पार्सल में धातु का सामान था। इसी में छुपाया यह पैकेट कर्मचारियों ने बरामद किया। उन्होंने हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था से यह जानकारी साझा करने के बाद इस पार्सल को कार्गो से बाहर निकाला गया।

हवाई अड्डे की व्यवस्था और ब्रिटीश पुलिस ने जांच करने के बाद इस विमान से पहुंचा यूरेनियम का पार्सल पाकिस्तान से भेजे जाने की बात स्पष्ट हुई। ब्रिटेन स्थित ईरानी कंपनी का पता इस पार्सल पर लिखा होने की जानकारी भी सामने आयी है। लेकिन, इस मामले में अभी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई हैं, ऐसा ब्रिटीश यंत्रणा ने कहा है। साथ ही बरामद किया गया यूरेनियम बम बनाने की योग्यता का नहीं था। इस वजह से परमाणु बम बनाने के उद्देश्य से इस युरेनियम की तस्करी होने का दावा यंत्रणाओं ने ठुकराया है।

लेकिन, इस यूरेनियम पर प्रक्रिया करके इसका इस्तेमाल डर्टी बम बनाने के लिए होने की संभावना ब्रिटीश माध्यम व्यक्त कर रहे है। ब्रिटेन की सुरक्षा यंत्रणा एवं पूर्व सेना अधिकारियों ने अपने देश पर डर्टी बम का हमला होने की संभावना है, ऐसी चेतावनी पहले ही दी थी। इस वजह से यूरेनियम की तस्करी करके ब्रिटेन पर डर्टी बम से हमला करने की तैयारी शुरू थी, यह दावे भी किए जा रहे हैं। लेकिन, इस मामले के कारण परमाणु तस्करी और इसमें होने वाले पाकिस्तान के सहभाग की चर्चा फिर से शुरू हुई है।

साल १९८० से ९० के दशक में पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक अब्दुल कादिर खान उर्फ ए.क्यू.खान ने लीबिया, उत्तर कोरिया इन देशों के लिए परमाणु सामान और तकनीक की तस्करी की थी। पाकिस्तान की इस लापरवाही के कारण उत्तर कोरिया परमाणु अस्त्रों से सज्जित होने का दावा किया जा रहा है। इन देशों को तस्करी के ज़रिये परमाणु सामान प्रदान करने की सार्वजनिक कबुली खान ने दी थी।

पाकिस्तान के परमाणु अस्त्र और परमाणु सामान की सुरक्षा अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बना है। आतंकी संगठनों की खुली मौजूदगी होने वाले इस देश में परमाणु अस्त्र एवं संवेदनशील परमाणु सामान सुरक्षित नहीं रहा, इसके दाखिले बार बार दिए जाते है। कुछ हफ्ते पहले स्वयं अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने ही पाकिस्तान को लेकर चिंता जताई थी। पर्याप्त सुरक्षा ना होने वाले और फिर भी परमाणु अस्त्र रखने वाले घातक देश के तौर पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने पाकिस्तान का ज़िक्र किया था।
पाकिस्तान से ब्रिटेन भेजा गया युरेनियम अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष की चिंता बेवजह ना होने की बात दर्शाती है।

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