कज़ाकस्तान के ‘तेन्गिझ ऑईल फिल्ड’ में हुए विस्फोट से दो की मौत

नूर सुल्तान – मध्य एशिया के कज़ाकस्तान के सबसे बड़े ‘तेन्गिझ’ ईंधन क्षेत्र में विस्फोट होने से दो लोग मारे गए हैं। मंगलवार सुबह एक परीक्षण के दौरान यह विस्फोट होने की जानकारी साझा हुई है। कज़ाकस्तान विश्व में प्रमुख ईंधन निर्यातक देशों में से एक है और यहां से हर दिन तकरीबन १५ लाख बैरल्स कच्चे तेल का निर्यात होता है। लेकिन विस्फोट का इस पर असर पड़ने की संभावना जतायी जा रही है। विस्फोट से एक दिन पहले रशिया ने कज़ाकस्तान की ईंधन पाईपलाईन अगले ३० दिन बंद रखने का ऐलान किया था।

कज़ाकस्तान मध्य एशियाई क्षेत्र का ईंधन से समृद्ध देश है। देश के निर्यात में ईंधन निर्यात का हिस्सा ६० प्रतिशत से अधिक है। कज़ाकदस्तान के जीडीपी में २५ प्रतिशत हिस्सा ईंधन क्षेत्र का है। विश्व के ईंधन उत्पादक देशों में कज़ाकस्तान १९ वें स्थान पर है। इसके बावजूद ईंधन के निर्यात के लिए यह देश रशिया पर निर्भर है। रशिया की पहल से बनायी गई ‘कैस्पियन पाईपलाईन’ से ही कज़ाकस्तान का तेल पश्चिमी देशों में निर्यात होता है।

इस पृष्ठभूमि पर कुछ दिन पहले कज़ाकस्तान के राष्ट्राध्यक्ष कासिम-जोमार्ट तोकायेव ने करीबी समय में युरोपिय देशों को कच्चे तेल की आपूर्ति बढ़ाने का ऐलान किया था। यह ऐलान रशिया की नाराज़गी का कारण होने का दावा विश्लेषक कर रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव के ऐलान के बाद ४८ घंटों में ही रशिया ने ‘कैस्पियन पाईपलाईन’ बंद रखने का निर्णय किया। इसके बाद ‘तेन्गिझ’ तेल क्षेत्र में विस्फोट होने की घटना सामने आ रही है। इसे कज़ाकस्तान और यूरोप के बढ़ते सहयोग पर रशिया ने दिया हुआ प्रत्युत्तर माना जा रहा है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर कज़ाकस्तान ने लुहान्स्क और डोनेत्स्क के संघराज्य को स्वीकृति देने से भी इन्कार किया था। इस वजह से रशिया कज़ाकस्तान पर नाराज़ होगी, यह दावा भी किया जा रहा है। 

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