विश्‍व की पांच करोड़ की आबादी गुलामी के घेरे मे – संयुक्त राष्ट्रसंगठन की रपट

जिनेवा – विश्‍व की पांच करोड़ से भी अधिक आबादी गुलामी के जाल मे फंसी होने की दहलानेवाली सच्चाई संयुक्त राष्ट्र संगठन की रपट से सामने आयी हैं। पिछले पांच सालों में गुलामी का सामना करनेवालों की कुल संख्या एक करोड़ से भी अधिक बढ़ने की स्थिति पर इस रपट ने ध्यान आकर्षित किया है। संयुक्त राष्ट्र संगठन की इस रपट में चीन के उइगरवांशी एवं अन्य अल्पसंख्यांक गुटों के हो रहें उत्पीड़न का भी ज़िक्र किया गया हैं। साथ ही महिला एवं बच्चे गुलामी के बड़े शिकार होने का अहसास भी इस रपट ने कराया है।

पांच करोड़ की आबादीसंयुक्त राष्ट्र संगठन के ‘इंटरनैशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन’, ‘इंटरननैशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर मायग्रेशन’ और ‘वॉक फ्री’ इन मानव अधिकार गुटों ने नई रपट पेश की हैं। ‘ग्लोबल एस्मिमेटस्‌ ऑफ मॉडर्न स्लेवरी’ नामक इस रपट में आधुनिक दौर में भी गुलामी बंद ना होने पर अहसास जताया गया है। गुलामी यानी मानवी अधिकारों का उल्लंघन हैं और किसी भी तरह से इसका समर्थन नहीं किया जा सकता, इन शब्दों में गुलामी की स्थिति पर तीव्र नाराज़गी व्यक्त की गई है।

पांच करोड़ की आबादीसाल २०१६ में जारी हुई रपट के अनुसार गुलामी का सामना करनेवालों की संख्या ४ करोड़ थी। मात्र पांच सालों के समय में यह संख्या एक करोड़ से बढ़ी हैं। विश्‍व के लगभग सभी देश, धर्म, पंथ और संस्कृती में गुलामी मौजूद होने का अहसास इस रपट में कराया गया है। साथ ही आधुनिक और प्रगत समझे जा रहें देशों में भी गुलामी की मात्रा बढ़ने को लेकर चिंताभी जतायी गई हैं।

‘फोर्सड् लेबर’ के तौर पर जाने जा रहें प्रकार की गुलामी से घिरे ५० प्रतिशत से अधिक नागरिक विकसित और प्रगत देशों में पाए गए हैं। इसके अलावा जबरन किए गए विवाह से गुलामी में फंसे लगभग २५ प्रतिशत लोग प्रगत देशों में पाए गए हैं, इसपर भी इस रपट में ध्यान आकर्षित किया गया है। ‘फोर्सड् लेबर’ मामले के ८६ प्रतिशत मामलें निजी क्षेत्र के होने की बात इस रपट में दर्ज़ की गई है। इनमें स्थानांतरित और शरणार्थियों की मात्रा सबसे ज्यादा हैं।

गुलामी की आधुनिक व्यवस्था बंद करनी हैं तो प्रभावी सरकारी नीति और नियंत्रण अहम साबित होता हैं, ऐस सलाह संयुक्त राष्ट्रसंगठन की रपट में दी गई है। साथ ही कर्मचारी संगठन, मालक और कंपनियों के गुट और समाज ने भी इसके लिए पहल करनी होगी, ऐसी गुहार भी लगायी गई है।

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