इस्रायल की गतिविधियों के कारण ईरान की सुरक्षा यंत्रणा पर शक – अमरिकी समाचार पत्र का दावा

वॉशिंग्टन/तेहरान – ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के अहम अधिकारी और सैनिकों की पिछले कुछ हफ्तों में हत्या की गई है। इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ ने यह किया है, ऐसा आरोप ईरान के माध्यम लगा रहे हैं। ईरान ने पहले भी इस्रायल पर ऐसे आरोप लगाए थे। लेकिन, इस बार ईरान ने अपनी गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख को निष्कासित किया। साथ ही रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के वरिष्ठ अधिकारी को इस्रायल के लिए जासूसी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया। इस वजह से ईरान की सुरक्षा यंत्रणा में काफी बड़ी धांदली होने से अविश्‍वास का माहौल फैला हुआ है। ईरान के राजनीतिक और सामरिक यंत्रणा में ऐसा मसला निर्माण करना ही इस्रायल की योजना थी, ऐसा दावा अमरिकी अखबार ने किया है।

मई के अन्त में ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के वरिष्ठ अधिकारी कर्नल हसन सय्यद खोदायी की गोली मारकर हत्या की गई। इसके बाद कर्नल अली इस्माईलझादेह, अली कमानी जैसे रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के वरिष्ठ अधिकारियों की संदिग्ध मौतें हुई हैं। इनमें कुदस्‌ फोर्सेस के अधिकारियों के साथ ही रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के ड्रोन विभाग के सैनिकों का भी समावेश था। ऐसे में पिछले हफ्ते तुर्की में इस्रायली नागरिकों की हत्या करने की साज़िश नाकाम करके रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के एजेंटस्‌ की गिरफ्तारी की जानकारी सामने आयी है।

पिछले डेढ़ महिने की इन गतिविधियों का ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ पर सीधा असर पड़ा। तुर्की में बनाई गई साज़िश को नाकाम किए जाने के बाद अगले कुछ घंटों में ईरान ने रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ की गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख हुसेन तईब को पद से हटाया गया है। तईब पिछले २२ सालों से गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख थे। करीबी दिनों में तईब को ईरान में मौजूद इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा की पोलखोल करने का ज़िम्मा दिया गया था।

तईब का निष्कासन होने के कुछ ही घंटों में रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के वरिष्ठ अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल अली नसिरी को बिल्कुल गुप्तता से गिरफ्तार किया गया। नसिरी पर इस्रायल के लिए जासूसी करने का आरोप रखा गया है। इसी बीच पिछले डेढ़ महिनों में ईरानी यंत्रणाओं ने जासूसी के आरोपों के तहत अपने रक्षा मंत्रालय के २० से अधिक कर्मचारियों को हिरासत में लिया था।

इस वजह से इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ने ईरान की सुरक्षा यंत्रणा में काफी बड़ी मात्रा में घुसपैठ करने की चर्चा रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ में शुरू हुई है। साथ ही ईरान की सुरक्षा यंत्रणा में एक-दूसरे पर शक की भावना बढ़ने का दावा ईरान के पूर्व उप-राष्ट्राध्यक्ष अली अब्ताही ने अमरिकी अखबार से बोलते समय किया।

इसी बीच, ईड़ान की राजनीति में सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी के हाथों में पूरे अधिकार हैं। इनके बाद रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के हाथों में ईरानी राष्ट्राध्यक्ष से अधिक अधिकार होने का दावा किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ की असफलता सामने लाकर ईरान की राजनीतिक और सुरक्षा यंत्रणा में शक बढ़ाने की योजना इस्रायल ने की थी, ऐसा दावा इस्रायली अधिकारी ने इस अखबार से बातचीत के दौरान किया।

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