इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद के एजंटस्‌‍ को पकड़ने का ईरान ने किया दावा

तेहरान – ईरान ने परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की साज़िश नाकाम करने का दावा किया है। इस मामले में इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद के एजंटस्‌‍ को गिरफ्त में लेने का ऐलान ईरान ने किया। ईरान के वैज्ञानिक और रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के अधिकारियों की संदिग्ध मौतें हो रही हैं और इसी बीच ईरान का यह ऐलान ध्यान आकर्षित करता है। अपने वैज्ञानिक और अधिकारियों की संदिग्ध हत्याओं के लिए ईरान ने पहले भी इस्रायल को ज़िम्मेदार ठहराया था।

ईरान के सिस्तान-बलुचिस्तान प्रांत के न्याय विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मेहदी शम्साबादी ने तीन लोगों को गिरफ्तार करने की जानकारी प्रदान की। आठ महीनों से ईरान की गुप्तचर यंत्रणा मोसाद के एजंटस्‌‍ पर नज़र रखे हुए थी। काफी कठिन अभियान चलाकर इन एजेंटस्‌‍ को हिरासत में लिया गया, ऐसा शम्साबादी ने कहा। ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों पर हमला करने की योजना बनाने की बात इन एजेंटस्‌‍ ने मानी है। साथ ही इस कार्रवाई के बाद अन्य सबूत भी बरामद होने का दावा शम्साबादी ने किया।

ईरान की यंत्रणा ने गिरफ्तार किए इनकी नागरिकता की जानकारी साझा करना टाल दिया। लेकिन, इनमें एक महिला भी है, ऐसा ईरानी माध्यमों का कहना है। इस महिला ने पहले ईरान के राष्ट्राध्यक्ष के दफ्तर में काम किया था। यह महिला सिस्तान-बलुचिस्तान प्रांत में प्रशासकीय पद पर काम कर रही थी, ऐसी चौंकानेवाली जानकारी सामने आ रही है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित गोपनीय जानकारी इस्रायल को प्रदान करने का आरोप इनके खिलाफ लगाया गया है।

पिछले कुछ सालों से ईरान और इस्रायल में छुपा युद्ध शुरू होने का दावा अमरिकी माध्यम कर रहे हैं। ईरान का परमाणु कार्यक्रम और रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ से संबंधित अधिकारी और सैनिकों की हत्या या संदिग्ध मौतों की खबरें प्राप्त हुई थीं। साल २०२० में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख वैज्ञानिक मोहसिन फखरीज़ादेह की हत्या के लिए ईस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद ज़िम्मेदार होने का आरोप ईरान ने लगाया था। इसके बाद ईरान के नातांझ परमाणु प्रकल्प में हुए संदिग्ध विस्फोटों के पीछे भी मोसाद के होने की आलोचना हुई थी।

इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा की इन हरकतों के लिए ईरान से सहायता प्राप्त होने की चर्चा ईरान के माध्यमों में हो रही थी। डेढ़ साल पहले ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने मोसाद का नेटवर्क तबाह करने का दावा किया था। लेकिन, पिछले कुछ हफ्तों में ईरान में परमाणु वैज्ञानिक और रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ की संदिग्ध हत्या की तीव्रता बढ़ी है। इस वजह से मोसाद के नेटवर्क का मसला फिर से उपस्थित हुआ था। इसके असर के तौर पर ईरान ने अपनी गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख को पद से हटाने की खबरें प्राप्त हो रही हैं।

ऐसी स्थिति में ईरान ने मोसाद के एजेंटस्‌‍ को पकड़ने का दावा किया है। इन एजेंटस्‌‍ पर जल्द ही कार्रवाई करने का ऐलान ईरान ने किया है।

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