भारत मज़बूत ‘लॉजिस्टिक सिस्टम’ विकसित कर रहा है – रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली – भारत मज़बूत, सुरक्षित और आत्मनिर्भर एवं भविष्य की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखनेवाली ‘लॉजिस्टिक सिस्टम’ यानी सामान की आपूर्ति करनेवाली व्यवस्था विकसित कर रहा है। तथा तीनों रक्षाबलों के लिए सरकार एकीकृत व्यवस्था का निर्माण करने की दिशा में कोशिश कर रही है, ऐसा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने घोषित किया। नई दिल्ली के माणेक शॉ सेंटर में आयोजित ‘आर्मी लॉजिस्टिक कान्फरन्स’ में रक्षामंत्री बोल रहे थे। इस दौरान सेनाप्रमुख जनरल मनोज पांडे ने यूक्रेन की गतिविधियों से युद्ध में ‘लॉजिस्टिक’ यानी सामान सप्लाई करने की अहमियत स्पष्ट हुई है, ऐसा कहा।

‘लॉजिस्टिक सिस्टम’भारत विश्‍व में पांचवे स्थान की बड़ी अर्थव्यवस्था होने की बात कहकर रक्षामंत्री ने इस परिषद में संतोष व्यक्त किया। भारत अब पांच ट्रिलियन डॉलर्स की अर्थव्यवस्था होने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, यह आत्मविश्‍वास भी रक्षामंत्री ने व्यक्त किया। ऐसे समय में तीनों रक्षाबलों के लिए एकीकृत सामान सप्लाई करने की व्यवस्था स्थापित करने हेतु सरकार कार्यरत है। भविष्य में चुनौतियों का सामना करने के लिए यह आत्मनिर्भर ‘लॉजिस्टिक सिस्टम’ देश को अधिक सुरक्षित करेगी, यह विश्‍वास रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस दौरान व्यक्त किया। साथ ही ‘इन्फॉर्मेशन ऐण्ड कम्युनिकेशन टेक्नॉलॉजी’ (आईसीटी) नामक प्रभावी लॉजिस्टिक सिस्टम का अहम हिस्सा होता है और इसके विकास के लिए विशेष पहल की जा रही है, इसकी जानकारी रक्षामंत्री ने साझा की।

इसी बीच, यूक्रेन युद्ध का दाखिला देकर इस युद्ध में लॉजिस्टिक की अहमियत पूरे देश के सामने आयी है, यह दावा सेनाप्रमुख जनरल मनोज पांडे ने किया। शांति स्थापित करने की क्षमता ही उस देश की सेना ने प्राप्त किए गए सामर्थ्य और क्षमता पर आधारित होती है, यह काफी अहम सबक यूक्रेन युद्ध ने हमें सिखाया है, ऐसा सेनाप्रमुख ने इस दौरान कहा।

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