जम्मू-कश्‍मीर में आतंकियों ने की कश्मीरी पंड़ित समेत तीन की हत्या – बांदिपोरा से छह आतंकियों की गिरफ्तारी

श्रीनगर – जम्मू-कश्‍मीर में आतंकियों ने तीन घंटों में तीन आम नागरिकों की हत्या की है। इसमें एक मेडिकल शॉप चला रहे कश्‍मीरी पंड़ित की भी हत्या हुई है। साथ ही श्रीनगर के लालबाज़ार क्षेत्र में खाने के पदार्थ बेच रहे एक नागरिक की भी हत्या कर दी गई है। जम्मू-कश्‍मीर में सुरक्षा बलों की जारी कार्रवाई से आतंकी संगठन बेबस हुए हैं और इससे निराश होकर आम नागरिकों को लक्ष्य कर रहे हैं, यह दावा किया जा रहा है। साथ ही ९० के दशक में विस्थापित हुए कश्‍मीरी पंड़ितों के पुनर्वास की कोशिश की जा रही है। लेकिन, कश्‍मीरी पंड़ित दोबारा घाटी में ना लौटें, इसी मंशा से खौफ निर्माण करने के लिए कश्‍मीरी पंड़ितों को लक्ष्य किया जा रहा है, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

kashmiri-pandit-jammuजम्मू-कश्‍मीर के श्रीनगर में हरी सिंह स्ट्रीट पर स्थित इकबाल पार्क के करीब एक मेडिकल शॉप में प्रवेश करके आतंकियों ने इस शॉप के मालिक माखन लाल बिंदरू पर चार गोलियाँ चलाईं। इस घटना के एक घंटे बाद आतंकियों ने श्रीनगर के लालबाज़ार इलाके की सड़क के किनारे पानी-पुरी बेचने वाले विरेंद्र पासवान की हत्या की। इसके कुछ ही मिनिटों बाद उत्तर कश्‍मीर के बांदिपोरा में आतंकियों ने मोहम्मद शफी लोन नामक टैक्सी चालक की हत्या कर दी। मंगलवार के दिन मात्र तीन घंटों में इन तीन हत्याओं को अंजाम दिया गया। इन तीनों हत्याओं का ज़िम्मा ‘द रजिस्टंट फ्रंट’ (टीआरएफ) नामक आतंकी संगठन ने स्वीकार किया है।  घाटी में आतंकी गतिविधियाँ कर रहे आतंकी संगठन ‘लश्‍कर ए तोयबा’ ही अब ‘टीआरएफ’ के नाम से हमले कर रहा है। ‘टीआरएफ’ के उमर वाणी ने आगे भी ऐसी हत्याएँ होंगी, यह धमकी भी दी है।

१९९० के दशक में कश्‍मीर में आतंकवाद चरम स्तर पर था और ऐसे में हज़ारों कश्‍मीरी पंड़ित पलायन कर रहे थे। इसके बावजूद माखन लाल बिंदरू ने कश्‍मीर में ही रहने का निर्धार किया था। इतने वर्षों में बिंदरू ने जम्मू-कश्‍मीर में कई आतंकी हमले होते हुए देखे। लेकिन, निड़रता से वे अपना मेडिकल शॉप चला रहे थे। उनका बेटा डॉक्टर है और इसी मेडिकल शॉप की ऊपरी मंजील पर अपना क्लिनिक चलाता है और उनकी बेटी प्राध्यापिका हैं।

पिता की हत्या के बाद माखन लाल बिंदरू की बेटी डॉ.समृद्धि बिंदरू ने आतंकियों को चुनौती दी है। ‘हमारे पिता पर गोली चलानेवाला हमारे सामने आए। हमारे पिता ने हमें शिक्षित करके शिक्षा की ताकत प्रदान की है और आपके पीछे से राजनीति कर रहें लोगों ने आपके हाथ में बंदुकें और पत्थर थमाएं हैं। आपका इस्तेमाल किया जा रहा है। द्वेष, पथराव और बंदूक की सहायता से जीवन जीना संभव नहीं है’, यह संदेश समृद्धि ने इन आतंकियों को दिया।

‘हमने यहां पर शून्य से शुरूआत की। हमारे पिता का सफर सायकल से शुरू हुआ। हमें सहायक प्रोफेसर का पद प्राप्त हुआ। हमारा भाई जाना माना ‘डायबेटोलॉजिस्ट’ बना। हमारी माँ दुकान संभालती हैं। यह हमारे पिता ने कर दिखाया, ऐसा कहकर समृद्धि ने आतंकियों को आगे आएं और शिक्षा के माध्यम से सामना करें, विवाद में जीत हासिल करें’, यह आवाहन समृद्धि ने किया।

दो वर्ष पहले सरकार ने जम्मू-कश्‍मीर से धारा ३७० हटाई। इसके बाद यहां पर अराजकता फैलेगी और हिंसा भड़केगी, इस उम्मीद में पाकिस्तान और आतंकी संगठन थे। लेकिन, सुरक्षा बलों की कार्रवाई की वजह से कश्‍मीर शांत रहा और आतंकी संगठनों को जोरदार झटके लगे। इसके बाद सरकार के कुछ प्रावधानों की वजह से जम्मू-कश्‍मीर में बसे अन्य राज्यों के नागरिकों को भी जम्मू-कश्‍मीर का अधिवास का दाखिला प्राप्त हुआ और साथ ही राज्य में जमीन खरीदने का अधिकार भी प्राप्त हुआ। सरकार ने जम्मू-कश्‍मीर से भागे हुए कश्‍मीरी पंड़ितों का पुनर्वासन करने की एवं उन्होंने पीछे छोड़ी हुई संपत्ति उन्हें दोबारा प्रदान करने का काम भी शुरू किया है। इस वजह से पाकिस्तानी आतंकी संगठनों में बेचैनी फैली है। इसी कारण कश्‍मीरी पंड़ित और अन्य राज्यों से पहुँचे मज़दूरों को और ट्रक चालकों को आतंकी लक्ष्य कर रहे हैं। इनमें खौफ निर्माण किया जा रहा है, ऐसा दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं।

इसी बीच इन हत्याओं के बाद जम्मू-कश्‍मीर में आतंकियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन भी हुए। पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी भी की गई। साथ ही सभी स्तरों पर इन हत्याओं की निंदा की गई। इन हत्याओं के बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई करके बांदिपोरा से ‘लश्‍कर ए तोयबा’ के छह आतंकियों को गिरफ्तार किया है।

जम्मूकश्‍मीर प्रशासन ने लिया सुरक्षा का जायज़ा

जम्मू-कश्‍मीर में एक दिन में तीन लोगों की हत्या के बाद जम्मू-कश्‍मीर के उप-राज्यपाल ने यहां की सुरक्षा का जायज़ा लिया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा भी जल्द ही जम्मू-कश्‍मीर का दौरा करेंगे, ऐसा वृत्त है। धारा ३७० हटाने के बाद गृहमंत्री शहा ने जम्मू-कश्‍मीर का दौरा किया था, इसके बाद दो वर्षों में इनका यह पहला कश्‍मीर दौरा होगा। इस पृष्ठभूमि पर भी प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा ले रही है।

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