मुंद्रा पोर्ट में पकड़े गए नशीले पदार्थों की जाँच ‘एनआईए’ करेगी – टेरर फंडिंग का पहलू जाँचा जाएगा

नई दिल्ली – पिछले महीने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में टेलकम पाउडर की आयात के नाम पर की गई लगभग तीन हज़ार किलो हेरोइन की तस्करी सामने आई थी। देश में अब तक पहली ही बार, एक ही समय पर इतने बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थ पकड़े गए थे। अब इस मामले की जाँच राष्ट्रीय जाँच संस्था (एनआईए) के हाथ सौंपी जानेवाली है। इन नशीले पदार्थों की तस्करी के पीछे टेरर फंडिंग का शक होकर, इस दृष्टि से एनआईए यह जांच करेगी, ऐसी खबर है।

Heroin-seized-Gujratगुजरात के डायरेक्टर रिव्हेन्यू ऑफ इंटेलिजन्स (डीआरआय) ने कच्छ के मुंद्रा पोर्ट में कार्यवाही करते हुए २,९८८.२१ किलो, यानी १५ हज़ार करोड़ रुपयों का हेरोइन बरामद किया था। विजयवाड़ा में पंजीकृत कंपनी होनेवाली आशी ट्रेडिंग कंपनी ने अफगानिस्तान से टेलकम पाउडर की खड़ी की आयात की थी। इस खड़ी की आड़ में यह तस्करी की गई थी। ईरान होकर आया यह कंटेनर जहाज हेरोइन लेकर भारत पहुँचा था। इससे पहले इस कंपनी ने इसी प्रकार अफगानिस्तान से टेलकम पाउडर आयात की होने का खुलासा भी हुआ था।

अब तक इस तस्करी के मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनमें तीन भारतीय, चार अफगानी और एक उज़्बेकिस्तान के नागरिक का समावेश है। उसके बाद अहमदाबाद, दिल्ली, चेन्नई, गांधीधाम और गुजरात के मांडवी में छापेमारी गए हैं। इन छापों में से भी बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थ पकड़े गए थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में चेन्नई के गोविंदराजू दुर्गापूर्णा वैशाली और उसका पति मचावरम सुधाकर इस दंपति का समावेश है। लेकिन यह नेटवर्क बहुत बड़ा है ऐसा अधिकारियों द्वारा बताया जा रहा है।

nia-al-qaeeda-terroristइस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले की जाँच एनआईए के पास सौंपने का फ़ैसला किया। तस्करों को अफगानिस्तान और ईरान से सूचनाएँ मिल रहीं थीं, यह बात भी सामने आ रही है। इस मामले की जाँच एनआईए ने हाथ में लेने की जानकारी एनआईए ने बुधवार को घोषित की।

अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद नशीले पदार्थों की तस्करी में वृद्धि होगी, ऐसी चिंता इससे पहले ही ज़ाहिर की गई थी। साथ ही, इससे पहले नशीले पदार्थों की तस्करी के कई मामलों में टेरर फंडिंग की बात सामने आई थी। इस तस्करी से मिलनेवाला पैसा आतंकवादी कारनामों के लिए खर्च किया जाता है यह बात सामने आने के कारण, राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से यह अमली पदार्थ तस्करी गंभीर बात साबित होती है। इस कारण एनआईए के पास सौंपी गई इस जाँच का महत्व बढ़ा है।

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