रशिया और इस्रायल के बीच जारी तनाव बढ़ता रहेगा – रशियन विश्‍लेषकों का इशारा

मास्को – ज्यूधर्मियों की भावना को ठेच पहुँचानेवाले अपने बयान पर रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह माफी माँगे, ऐसी माँग इस्रायल ने उठायी हैं। इस्रायल आगे भी अपनी भूमिका पर कायम रहा तो रशिया भी ईरान, सीरिया या हमास के साथ सहयोग बढ़ाने की कोशिश करके इस्रायल को जवाब देगी। रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के पूर्व संवाद लेखक ने यह इशारा दिया। इसके कुछ ही घंटे बाद रशियन विदेशमंत्री लैव्हरोव्ह और हमास का प्रमुख इस्माईल हनिया की फोन पर बातचीत होने की खबरें प्राप्त हुई हैं। साथ ही यूक्रैन के युद्ध में इस्रायल के कान्ट्रैक्ट सैनिक राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की की सेना की सहायता कर रहे हैं, यह आरोप रशिया ने लगाया।

रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने यूरोपिय समाचार चैनल से बोलते समय हिटलर को लेकर किए बयान के बाद इस्रायल के साथ विवाद शुरू हुआ था। रशियन विदेशमंत्री के बयान से ज्यूधर्मियों ने ज्यूधर्मियों का नरसंहार करने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं और इसके लिए वह माँफी माँगे, ऐसी माँग इस्रायल की सरकार ने की थी। रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के पूर्व संवाद लेखक और राजनीतिक विश्‍लेषक अब्बास गैलियामोव ने इस्रायल की इस माँग पर चेतावनी दी।

‘रशियन विदेशमंत्री लैव्हरोव्ह अपने बयान के लिए मांफी मांगते हैं तो इससे विश्‍व को गलत संदेशा प्राप्त होगा। इस मांफी से रशिया कमज़ोर होने के संकेत दिए जाएँगे। इसके बाद भी इस्रायल अपनी माँग पर ड़टा रहा और रशिया ने अपनी भूमिका कायम रखी तो दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा। रशिया ने ऐसी स्थिति में ईरान, सीरिया या हमास के साथ सहयोग बढ़ाएँ। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन कभी भी परिणामों का विचार या मुल्यांकन नहीं करते। वह किसी भी संघर्ष मे विजयी होने के लिए ही उतरते हैं’, यह इशारा गैलियामोव ने किया।

रशियन विश्‍लेषक हमास के साथ संभावित सहयोग के संकेत दे रहे हैं और ऐसें में रशियन विदेशमंत्री लैव्हरोव्ह और हमास का नेता इस्माईल हनिया की फोन पर बातचीत होने की घटना सामने आ रही है। इसके बाद हमास का शिष्टमंड़ल रशिया के लिए रवाना होने की खबरें भी लेबनीज माध्यमों ने दी हैं। हमास का वरिष्ठ नेता और कमांडर मास्को के दौर के बीच में रशिया के उप-विदेशमंत्री मिखाईल बोग्दानोव एवं चेचेन नेता रमझान काडिरोव से मुलाकात करेंगे, यह जानकारी हिज़बुल्लाह से जुड़े लेबनीज माध्यम ने प्रदान की।

दूसरी ओर रशियन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया झाखारोवा ने इस्रायल के कान्ट्रैक्ट सैनिक यूक्रैन के एज़ोव प्रांत के संघर्ष में उतरे होने का दावा किया। इस्रायल के कान्ट्रैक्ट सैनिक यूक्रैन कीसेना के साथ रशियन सेना के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, यह जानकारी झाखारोवा ने स्थानिय रेड़ियो चैनल से बोलते समय प्रदान की।

इसी बीच, रशिया का विरोध अनदेखा करके इस्रायल यूक्रैन को सैन्य सहायता प्रदान करने के लिए तैयार होने की खबरें भी हाल ही में प्रसिद्ध हुई थी। साथ ही इस्रायल के विदेशमंत्री लैपिड ने रशिया ने यूक्रैन पर किए हमले की आलोचना की थी। यूक्रैन की सरकार नाज़ीवाद का पुरस्कार करनेवाली हैं और उनके साथ इस्रायल का सहयोग यानी इतिहास को पीठ दिखाना होगा, ऐसा इशारा रशिया ने दो दिन पहले दियाथा।

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