‘तेहरिक’ ने पाकिस्तान के विरोध में किया ‘अल बदर’ का ऐलान

काबुल – पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है। तेहरिक ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ ‘अल बदर’ नामक आतंकी अभियान का ऐलान किया है और जल्द ही पाकिस्तानी सेना को लक्ष्य किया जाएगा, यह धमकी तेहरिक ने दी है। सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि, अफ़गानिस्तान में मौजूद पाकिस्तान के हस्तक, समर्थकों को भी ठिकाने लगाने का ऐलान तेहरिक ने किया।

tehreek-pak-al-badr-1‘तेहरिक-ए-तालिबान’ यानी ‘तेहरिक’ ने सोमवार को पाकिस्तानी सेना के विरोध में विशेष अभियान चलाने का ऐलान किया। ड्युरंड लाईन पर तैनात पाकिस्तानी सैनिक और सुरक्षा चौकियों पर आत्मघाती हमले, बम हमले और गोलीबारी करने का इशारा तेहरिक ने दिया है। ड्युरंड लाईन पर तैनात पाकिस्तानी सैनिक हमारे निशाने पर हैं, यह भी तेहरिक ने स्पष्ट किया। तथा पाकिस्तानी सुरक्षा यंत्रणा के लिए अफ़गानिस्तान में हरकतें कर रहे गुप्त हस्तक और समर्थकों पर भी हमले करने का ऐलान तेहरिक ने किया। इन हमलों के लिए तेहरिक के ५०० से अधिक आतंकी पाकिस्तान के पख्तून्ख्वा में पहुँचने की जानकारी सामने आ रही है।

बीते चार दिनों में तेहरिक का पाकिस्तान को दिया हुआ यह दूसरा इशारा है। पिछले हफ्ते तेहरिक ने पाकिस्तान में जोरदार हमले करने की धमी दी थी। इसके बाद रविवार रात पेशावर के बदाबेर गांव की सुरक्षा चौकी पर हमला हुआ। तेहरिक ने इस हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकारी। साथ ही हमारे इस हमले में पाकिस्तानी सेना को जान का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा, यह दावा भी तेहरिक ने किया।

tehreek-pak-al-badr-2पाकिस्तानी सेना ने इस हमले का ब्यौरा देना टाल दिया। अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था ने पाकिस्तानी सेना की इस भूमिका की आलोचना की है। स्थानीय विद्रोहियों के गिरोह और आतंकी हमलों में पाकिस्तानी सैनिक बड़ी संख्या में मारे जा रहे हैं। लेकिन, पाकिस्तानी सेना अपने मृत सैनिकों की संख्या छुपा रही है, यह आरोप इस वृत्तसंस्था ने लगाया। पाकिस्तान की कुछ वृत्तसंस्थाएं भी तेहरिक के सेना पर बढ़े हमलों पर ध्यान आकर्षित कर रही हैं।

पाकिस्तान में फिलहाल काफी बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल जारी है। प्रधानमंत्री इम्रान खान के गैर-ज़िम्मेदाराना निर्णयों के कारण पाकिस्तान में संवैधानिक समस्य निर्माण हुई है। हमारी सरकार को गिराने के लिए अंतरराष्ट्रीय साज़िश बनायी गई है और इसमें विपक्ष भी शामिल होने का आरोप इम्रान खान लगा रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान की सेना पर भी इम्रान खान ने अप्रत्यक्ष गंभीर आरोप लगाए हैं।

इसकी वजह से पाकिस्तान में राजनीतिक विसंवाद बढ़ रहा है और यह संघर्ष में तब्दील होगा, ऐसा ड़र भी विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे हैं। इस अस्थिरता का लाभ उठाने की तैयारी तेहरिक की बात स्पष्ट तौर पर दिखाई देने लगी है। इसकी वजह से एक ही समय पर पाकिस्तान को राजनीतिक अस्थिरता के साथ सुरक्षा के मोर्चे की चुनौती का भी सामना करना पड़ेगा। ऐसे में अहम बात यह है कि, इन दोनों मोर्चों पर सामना करने की क्षमता इस देश के पास बची नहीं है, इस पर भी विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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