ताइवान मिसाइल निर्माण बढ़ाकर दोगुना करेगा

मिसाइल निर्माणताइपे – नया प्रकल्प स्थापित होने से आत्मविश्वास दोगुना होने पर ताइवान ने मिसाइल निर्माण बढ़ाकर दोगुना करने का ऐलान किया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने संसद के सामने पेश की अपनी रपट में यह जानकारी साझा की। चीन के साथ बढ़ रहें तनाव की पृष्ठभूमि पर ताइवान का यह ऐलान ध्यान आकर्षित करता है।

मिसाइल निर्माणताइवान के‘नैशनल शूंग-शान इन्स्टीट्यूट ऑफ सायन्स ॲण्ड टेक्नॉलॉजी’ (एनसीएसआईएसटी) में फिलहाल हर वर्ष छह तरह के करीबन २०० मिसाइल का निर्माण होता है। लेकिन, ‘एनसीएसआईएसटी’ नया प्रकल्प स्थापित कर रहा है और इससे मिसाइल निर्माण बढ़कर दोगुना होगा और हर वर्ष कम से कम ५०० मिसाइल्स यहां पर बनाएँ जाएँगे, ऐसा दावा ताइवानी यंत्रणाएँ कर रही हैं। इनमें हवा से हवा में हमला करनेवाले ‘स्काय स्वर्ड टू’और ‘स्काय बो थ्री’ इन मिसाइल्स का निर्माण बडाकर दोगुना या तिगुना करना मुमकिन होगा, ऐसी जानकारी सामने आ रही है।

ऐसें में फिलहाल हर वर्ष मध्यम दूरी के सुपरसोनिक ‘हेयूंग फेंग थ्री’ मिसाइल्स का निर्माण ताइवान करता है। लेकिन, नए प्रकल्प स्थापित होने से इन मिसाइलों की संख्या बढ़कर ७० होगी, यह दावा किया जा रहा है। चीन अपने मिसाइल्स का रुख ताइवान की दिशा में कर रहा हैं, ऐसें दावे किए जा रहे हैं। ताइवान पर किसी भी क्षण कब्ज़ा करने की क्षमता चिनी रक्षाबल रखते हैं, ऐसा बयान चिनी नेता और सरकारी माध्यम लगातार कर रहे हैं। लेकिन, ताइवान ने अपनी रक्षा तैयारी भारी मात्रा में बढ़ाई है और ताइवान पर कब्ज़ा करना चीन को जितना आसान लग रहा है, उतनी आसान बात नहीं होगी, ऐसा कुछ सामरिक विश्लेषक ड़टकर कह रहे हैं। इसके लिए यह विश्लेषक ताइवान की रक्षा तैयारी का हवाला दे रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर ताइवान ने अपने मिसाइल निर्माण की क्षमता बढ़ाने के लिए ज़रूरी कदम उठाकर, ताइवान चीन से टकराने के लिए तैयार होने का संदेश दिया है।

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