ब्रिटीश विध्वंसक की ताइवान मुहिम पर चीन की आलोचना

british-warship-taiwan-china-2बीजिंग/लंदन/ताइपे – ब्रिटेन के ‘एचएमएस रिचमंड’ विध्वंसक ने सोमवार के दिन ताइवान के समुद्री क्षेत्र से यात्रा की। ब्रिटेन के विध्वंसक ने ताइवान के करीबी क्षेत्र में स्वतंत्र मुहिम चलाने का यह पहला अवसर है। ब्रिटेन की इस मुहिम से चीन की बौखलाया हुआ है और ब्रिटीश विध्वंसक की गश्‍त शैतानी उद्देश्‍यों का प्रतिक है, ऐसी आलोचना भी की है।

ब्रिटेन का विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्विन एलिज़ाबेथ’ और ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रूप’ फिलहाल इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में तैनात हैं। ‘एचएमएस रिचमंड’ विध्वंसक इसी बेड़े का हिस्सा है। कुछ दिन पहले ब्रिटेन के विमान वाहक युद्धपोत ने अपने बेड़े के साथ जापान का दौरा किया था। इससे अलग होकर ‘एचएमएस रिचमंड’ वियतनाम की यात्रा पर जा रहा है। इस दौरान ब्रिटीश विध्वंसक ने सोमवार के दिन ताइवान की खाड़ी से यात्रा की। ब्रिटीश विध्वंसक के अफसरों ने सोशल मीडिया पर फोटो जारी करके इस यात्रा की जानकारी साझा की।

british-warship-taiwan-china-1ब्रिटीश विध्वंसक की यह मुहिम और इसके सरेआम किए गए समर्थन की वजह से चीन की बौखलाहट हुई है। चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ के ईस्टर्न थिएटर कमांड’ ने ब्रिटीश विध्वंसक की इस मुहिम की आलोचना की। ‘ब्रिटीश विध्वंसक’ की मुहिम ब्रिटेन के शैतानी उद्देश्‍य दर्शाती है। इससे ताइवान के समुद्री क्षेत्र की शांति और स्थिरता को नुकसान पहुँचा है’, ऐसी प्रतिक्रिया चीन के कमांड़ ने बयान की है। साथ ही चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ अब ‘अलर्ट’ पर है और ब्रिटीश विध्वंसक को इशारा देने के लिए अपने लड़ाकू विमान और युद्धपोत रवाना करने का दावा भी किया जा रहा है।

बीते कुछ वर्षों के दौरान चीन की विस्तारवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है और साऊथ चायना सी, ईस्ट चायना सी समेत पूरे पैसिफिक क्षेत्र पर अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए चीन आक्रामक नीति अपना कर रहा है। चीन की इस आक्रामकता को रोकने के लिए अमरिकी नौसेना ने पहल की है और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ यूरोप के मित्रदेशों से भी अधिक सक्रिय होने का आवाहन किया है।

british-warship-taiwan-china-3इसके बाद फ्रान्स, जर्मनी, ब्रिटेन जैसे देशों ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी गतिविधियाँ बढ़ाने के संकेत दिए थे। इन देशों ने इसके लिए स्वतंत्र नीति का भी ऐलान किया है और ‘फ्रीडम ऑफ नेविगेशन’ का मुद्दा उठाकर रक्षा तैनाती के संकेत दिए हैं। ब्रिटीश विध्वंसक ने ताइवान के समुद्री क्षेत्र से यात्रा करना और वियतनाम पहुँचना इसी का हिस्सा है। इसके अलावा ब्रिटेन ने अपने दो युद्धपोत इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में हमेशा के लिए तैनात करने के लिए रवाना करने की जानकारी भी सूत्रों ने प्रदान की है।

इसी बीच, चीन की बढ़ती वर्चस्ववादी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर ताइवान के रक्षाबलों को सटीक हमला करने में सक्षम लंबी दूरी के मिसाइलों की आवश्‍यकता होने का दावा रक्षामंत्री चिऊ कुओ-चेंग ने किया है। ताइवान सरकार स्थानीय स्तर पर लंबी दूरी की मिसाइल विकसित करने की भी कोशिश कर रही है और अमरीका के साथ भी इस मुद्दे पर बातचीत जारी होने की बात कही जा रही है। ताइवान सरकार ने इस वर्ष रक्षाखर्च में अतिरिक्त निधी का प्रावधान भी किया है और इसमें नए मिसाइलें खरीदने का भी समावेश होने की जानकारी सूत्रों ने साझा की है।

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