बैलेस्टिक ‘पृथ्वी-२’ मिसाइल का सफल परीक्षण

बालासोर – ‘डीआरडीओ’ ने ओड़िशा के बालासोर में स्थित अड्डे से स्वदेशी परमाणु वाहक ‘पृथ्वी-२’ बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। शुक्रवार शाम ७.३० बजे किया गया यह परीक्षण सफल हुआ है। बीते पांच सप्ताहों में भारत ने १० मिसाइलों का परीक्षण किया है। चीन की सीमा पर तनाव की पृष्ठभूमि पर यह परीक्षण करना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

Pruthvi-2बालासोर के चांदीपुर स्थित ‘एकात्मिक परीक्षण केंद्र’ (आयटीआर) के कॉम्प्लेक्स-३ से मोबाइल लौंचर द्वारा ‘पृथ्वी-२’ मिसाइल का परीक्षण किया गया। इस परीक्षण के दौरान राड़ार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल टैकिंग सिस्टम और टेलिमेट्री स्टेशन के माध्यम से इस मिसाइल के मार्ग पर नज़र रखी गई थी। मिसाइल के तय लक्ष्य को बड़ी सटीकता से निशाना करने की जानकारी बंगाल की खाड़ी में तैनात जहाज़ पर टीम ने साझा की है, यह बयान ‘डीआरडीओ’ ने किया है।

जमीन से जमीन पर हमला करनेवाली ‘पृथ्वी-२’ मिसाइल छोटी दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल है। इस मिसाइल की मारक क्षमता ३५० किलोमीटर है। यह मिसाइल ५०० से १,००० किलो विस्फोटकों के साथ हमला कर सकती है। इस मिसाइल में दो इंजन लगाए गए हैं। एक महीने से कम समय में ‘पृथ्वी-२’ मिसाइल की यह दूसरी सफल ‘नाईट टेस्ट’ साबित हुई। इससे पहले २३ सितंबर के दिन ‘पृथ्वी-२’ का सूर्यास्त के बाद परीक्षण किया गया था।

पृथ्वी बैलेस्टिक मिसाइल की तीन आवृत्तियां हैं। ‘पृथ्वी-१’, ‘पृथ्वी-२’ और ‘पृथ्वी-३’ यह मिसाईलें क्रमश: १५० किलोमीटर, ३५० किलोमीटर और ६०० किलोमीटर मारक क्षमता रखते हैं। पृथ्वी-२ मिसाइल २००३ में स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड में तैनात की गई है और देश के ‘एकात्मिक मिसाइल विकास कार्यक्रम’ के तहत इस का निर्माण किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.