हमास के आतंकवादी हमले का समर्थन करने वाले संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव इस्तीफा दे – क्रोधित इस्रायल की मांग

न्यूयॉर्क/जेरूसलम – ७ अक्टूबर के दिन इस्रायल में घुसकर हमास ने किए भयंकर आतंकवादी हमले का समर्थन करने वाले बयान संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने किए हैं। इसपर इस्रायल से सामने आयी प्रतिक्रियाओं में भारी गुस्सा दिखाई दिया है। किसी भी तरह से आतंकवाद का समर्थन नहीं किया जा सकता और राष्ट्र संघ के प्रमुख पद की ज़िम्मेदारी आतंकवाद का समर्थन करने वाली व्यक्ति पर नहीं दी जा सकती, इस वजह से गुतेरस अपने पद से त्यागपत्र दे, ऐसी मांग इस्रायल ने उठायी हैं। साथ ही गुतेरस ने अपने इस बयान के लिए इस्रायल एवं ज्यूधर्मियों से क्षमा मांगे, ऐसी मांग भी इस्रायल ने की है। साथ ही इस्रायल ने राष्ट्र संघ के निरिक्षकों के वीजा आवेदन रोकने की खबरें भी प्राप्त हो रही हैं।

‘हमास ने इस्रायल पर ऐसे ही हमलें नहीं किए। पिछले ५६ सालों से इस्रायल ने किए अतिक्रमण के नीचे पैलेस्टिनी जनता का दम घुटा है। शरणार्थियों के किए निर्माण कार्य, हिंसा के कारण पैलेस्टिनी जनता अपना क्षेत्र खो रही हैं। उनकी अर्थव्यवस्था डूब चुकी हैं, घर नष्ट हुए  हैं। हमास ने क्रूर हमले किए हो, फिर भी इस्रायल ने पैलेस्टिनियों पर किए अन्याय का समर्थन नहीं किया जा सकता’, इन शब्दों में गुतेरस हमास के पक्ष में खड़े होते दिखाई दिए हैं। साथ ही गाजा में इस्रायल के जारी हवाई हमलों की भी गुतेरस ने आलोचना की है।

उनके इन बयान पर इस्रायल न बड़ा क्रोध व्यक्त किया। ‘इस्रायली बच्चे, महिला और बुढ़ों के किए गए भीषण हत्याकांड़ का समर्थन करने वाली व्यक्ति संयुक्त राष्ट्र संघ का नेतृत्व करने की योग्यता की नहीं हैं। इस्रायली और ज्यूधर्मियों के विरोध में क्रूरता का प्रदर्शन करने वाले हमासे के आतंकवादियों के पक्ष में खड़े हुए संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव के साथ किसी भी तरह की चर्चा नहीं हो सकती। ऐसी व्यक्ति तुरंत अपने पद से त्यागपत्र दे, ऐसी मांग राष्ट्र संघ में नियुक्त इस्रायली राजदूत गिलाड एर्डन ने की।

इसी बीच, इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने सुरक्षा परिषद की बैठक में हमास के आतंकवादियों ने अगवा किए इस्रायली नागरिकों के फोटो दिखाकर राष्ट्र संघ और कुछ देश इस्रायली नागरिकों पर हुए अत्याचारों को अनदेखा कर रहे हैं, ऐसा आरोप भी लगाया। कोहेन का राष्ट्र संघ के महासचिव से मुलाकात करना तय था। लेकिन, गुतेरस ने विवादित बयान करने के बाद कोहेन ने यह मुलाकात रद्द कर दी है। साथ ही इस मुद्दे पर भूमिका स्पष्ट होने तक राष्ट्र संघ के निरिक्षकों को इस्रायल का वीजा नहीं मिलेगा, ऐसे संकेत भी इस्रायल ने दिए हैं। इसी वजह से इस्रायल ने एक तरह से राष्ट्र संघ के साथ असहयोग किया दिख रहा है।

संयुक्त राष्ट्र संघ ने हमास की कार्रवाईयों का समर्थन करने के बाद इस्रायल समर्थक देशों ने भी आक्रामक भूमिका अपनाई है। संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में हमास की कार्रवाई का समर्थन कर रहे देशों पर कार्रवाई करें, ऐसी मांग अमेरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने की है। इससे पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्यहू ने संयुक्त राष्ट्र संघ इस्रायल के विरोध में जाकर पैलेस्टिनियों के पक्ष में खड़े हो रहा हैं, ऐसा गंभीर आरोप लगाया था। इसी बीच, इस्रायल की तीखी प्रतिक्रिया दर्ज़ होने के बाद महासचि गुतेरस ने यह दावा किया कि, हमारे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। इससे हमे बड़ा सदमा लगा है, ऐसा भी गुतेरस ने कहा है।

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