समय की करवट (भाग ८२) – किसिंजर का उदय

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं।

इसमें फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे हैं।
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‘यह दोनों जर्मनियों का पुनः एक हो जाना, यह युरोपीय महासंघ के माध्यम से युरोप एक होने से भी अधिक महत्त्वपूर्ण है। सोव्हिएत युनियन के टुकड़े होना यह जर्मनी के एकत्रीकरण से भी अधिक महत्त्वपूर्ण है; वहीं, भारत तथा चीन का, महासत्ता बनने की दिशा में मार्गक्रमण यह सोव्हिएत युनियन के टुकड़ें होने से भी अधिक महत्त्वपूर्ण है।’
– हेन्री किसिंजर
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इसमें फिलहाल हम पूर्व एवं पश्चिम ऐसी दोनों जर्मनियों के विभाजन का तथा एकत्रीकरण का अध्ययन कर रहे हैं।

यह अध्ययन करते करते ही सोव्हिएत युनियन के विघटन का अध्ययन भी शुरू हो चुका है। क्योंकि सोव्हिएत युनियन के विघटन की प्रक्रिया में ही जर्मनी के एकीकरण के बीज छिपे हुए हैं, अतः उन दोनों का अलग से अध्ययन नहीं किया जा सकता।

सोविएत युनियन का उदयास्त-४२

अब १९७० का दशक शुरू हो चुका था और इस ‘कोल्ड वॉर’ के अमरीका एवं सोव्हिएत रशिया इन दो विरुद्ध पक्षों के इस शीतयुद्ध के कई प्रमुख खिलाड़ियों ने या तो इहलोक से विदा ली थी या फिर वे सत्ताच्युत होकर जनमानस की स्मृति से ओझल हो चुके थे|

अमरीका के राष्ट्राध्यक्षपद की कार्यावधि ४ साल की होती है और किसी भी राष्ट्राध्यक्ष को अखंडित रूप में केवल एक ही बार फेरचुनाव लड़ने की अनुमति है (यानी अधिक से अधिक ८ साल| अमरिकी संविधान में यह बदलाव (अमेंडमेंट) सन १९४५ में किया गया| उससे पहले यह केवल ‘अलिखित नियम’ था| अमरिकी राज्यक्रांति के ज़रिये सन १७८७ में अमरीका को आज़ादी प्राप्त करा देनेवाले और सन १७८९ में अमरीका का संविधान अस्तित्व में आने के बाद, सभी सदस्यों से एकमत से (युनॅनिमसली) बतौर अमरीका के पहले राष्ट्राध्यक्ष चुने गये जॉर्ज वॉशिंग्टन ने दो टर्म्स के बाद सन १७९७ में तीसरी बार चुनाव लड़ने से नम्रतापूर्वक इन्कार किया था और उसके बाद यह अलिखित नियम बन गया था| लेकिन सन १९२९ की वैश्‍विक मंदी के बाद अमरीका को आर्थिक संकट में से बाहर निकाले हुए और उसके पश्‍चात् दूसरे विश्‍वयुद्ध के हीरो बन चुके फ्रँकलिन रूझवेल्ट ने उस नियम तो तोड़ दिया और वे सन १९३३ से ३ टर्म्स बतौर राष्ट्राध्यक्ष चुने गये थे| तीसरी बार चुनाव लड़ते समय, यानी इस अलिखित नियम को तोड़ते समय रूझवेल्ट ने ‘यदि सदस्यों को मंज़ूर हो, तो ही मैं चुनाव लडूँगा’ ऐसा नाटकीय ढंग से घोषित किया, लेकिन असल में सदस्यों को प्रभावित करनेवाले तंत्रों का इस्तेमाल कर खुदको उम्मीदवार घोषित करवा लिया था और सन १९४४ में चौथीं बार भी वे चुनाव जीते थे| लेकिन सन १९४५ में चौथीं बार राष्ट्राध्यक्षपद की बागड़ोर सँभालने के कुछ ही दिन में उनका निधन हो गया| भविष्य में इस वाक़ये की पुनरावृत्ति ना हों इसलिए सन १९४५ में अमरिकी संविधान में यह बदलाव किया गया|)

इस कारण इस ‘कोल्ड वॉर’ के दौर में सन १९७० के दशक तक दुनिया ने हॅरी ट्रूमन, आयसेनहॉवर, जॉन केनेडी, लिंडन जॉन्सन, रिचर्ड निक्सन इन अमरिकी राष्ट्राध्यक्षों को देखा था; लेकिन सोव्हिएत रशिया में एकाधिकारशाही होने के कारण, सोव्हिएत की ओर से कोल्डवॉर की शुरुआत करनेवाले जोसेफ़ स्टॅलिन और उनके निधन के बाद निकिता ख्रुश्‍चेव्ह ये दो ही राष्ट्राध्यक्ष देखे थे| उसके पश्‍चात् क्युबा मिसाईल क्रायसिस में ज़बरदस्त मुँह की खाये हुए ख्रुश्‍चेव्ह को सत्ता से नीचे उतरना पड़कर, उनकी जगह लिओनिद ब्रेझनेव्ह सत्ता में आये थे|

अब १९७० के दशक में, सन १९७२ में दूसरी बार चुनाव जीते अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष रिचर्ड निक्सन और सोव्हिएत रशिया की ओर से ब्रेझनेव्ह ये कोल्ड वॉर ‘चला रहे’ थे|

सन १९७२ में भारी बहुमत से निक्सन पुनः दूसरी बार बतौर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष चुनकर आये थे|

लेकिन जून १९७२ में पोल खुले हुए ‘वॉटरगेट स्कँडल’ के कारण निर्माण हुआ क्रायसिस बिगड़ता जाकर आख़िरकार सन १९७४ में उन्हें सत्ता से हाथ धोना पड़ा| सत्ता में रहने हुए इस्तीफ़ा देना पड़े हुए निक्सन ये एकमात्र अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष हें|

क्या था यह ‘वॉटरगेट स्कँडल’?

वॉशिंग्टन की सबसे ज़्यादा ‘डिमांड में’ होनेवाली इस ‘वॉटरगेट’ नामक गगनस्पर्शी ईमारतों के कॉंप्लेक्स में यह घटित हुआ इसलिए इसे यह नाम प्रचलित हुआ| इस वॉटरगेट कॉंप्लेक्स की एक ईमारत में डेमोक्रॅट्स का मुख्यालय था| जून १९७२ में इस मुख्यालय में रात के समय अवैध रूप से घुसे हुए कुछ लोगों को सिक्युरिटी गाडर्स द्वारा गिरफ़्तार किया गया| शुरू शुरू में ‘चोरी’ यह उद्देश्य प्रतीत हुए इन घुसपैठियों की अधिक तहकिक़ात करने के बाद कई धक्कादायक बातें सामने आने लगीं| फिर इस मामले में जॉंच समिति का ही गठन किया गया| डेमोक्रॅट्स के अहम नेताओं के फोन टॅप करने का और उस मुख्यालयस्थित गोपनीय दस्तावेज़ों की नक़लें उतारने का काम यह गुट कर रहा था, यह बात उजागर हुई| इस गोपनीय जानकारी का ग़ैरइस्तेमाल रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्राध्यक्ष निक्सन ने विरोधकों की गतिविधियॉं जान लेने के लिए किया होने का आरोप किया जाने लगा|

वॉटरगेट प्रकरण गरम होने के बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष निक्सन ने अप्रैल १९७४ में टेलिव्हिजन से प्रसारित किये भाषण में इस मामले में सफ़ाई देने की कोशिश की| लेकिन आगे चलकर अधिक से अधिक तफ़सील उजागर होकर उन्हें पदत्याग करने पड़ा|

यह मामला निक्सन के लिए गरम पड़ने लगा और आख़िरकार उनके रिपब्लिकन पार्टी के सहयोगी भी उनका साथ छोड़ने लगे| अप्रैल १९७४ में निक्सन ने टेलिव्हिजन से प्रसारित किये भाषण में, इस मामले में अपनी सफाई देने की कोशिश की| लेकिन उसके बाद इस मामले में होनेवाला निक्सन का सहभाग उजागर होता गया, जिसके कारण उनके खिलाफ़ जनमत भी खौलने लगा| आख़िरकार इस ‘वॉटरगेट स्कॅन्डल’ मामले में अमरिकी संसद द्वारा महाभियोग (इंपीचमेंट) दाखिल किया जाना तय होने के कारण अगस्त १९७४ में निक्सन को इस्तीफ़ा देना पड़ा|
अब फ़ोर्ड अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बने|

१९७० का दशक यह हेन्री किसिंजर का, आंतर्राष्ट्रीय मंच पर, ख़ासकर कोल्डवॉर में महत्त्व बढ़ानेवाला साबित हुआ|

इस बीच सन १९६९ से, निक्सन के तथा बाद में फ़ोर्ड के प्रशासन में, इस ‘कोल्ड वॉर’ में आंतर्राष्ट्रीय रंगमंच पर महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा किये हुए हेन्री किसिंजर का, बतौर अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहगार और बाद में बतौर गृहसचिव उदय हो चुका था|

व्हिएतनाम युद्ध में से अमरीका को बाहर निकालने की योजना बनाने में किसिंजर का अहम सहभाग था| उसके बाद भी कई सालों तक और आज भी, किसिंजर ने लगभग सभी अमरिकी राष्ट्राध्यक्षों के कई आंतर्राष्ट्रीय मसलों में सलाहगार के रूप में भूमिका अदा की है|

लेकिन अब ‘कोल्ड वॉर’ का स्वरूप बदलता जानेवाला था| जिस तरीक़े से व्हिएतनाम युद्ध में अमरीका को प्रदीर्घ समय तक क़ामयाबी नहीं मिल सकी और आख़िरकार समझौता करते हुए ही युद्ध में से बाहर निकलना पड़ा, उसे देखते हुए अमरीका को यह एहसास हुआ कि केवल अनगिनत पैसा तथा संसाधन इनके सहारे, प्रॉक्सी वॉर्स लड़ाकर हम सोव्हिएत को नहीं रोक सकते|

फिर अमरिकियों ने अपनी स्ट्रॅटेजी बदल दी और ‘प्रचार’ यही अपना ‘कोल्डवॉर’ का मुख्य संसाधन बनाया|

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