रशिया-यूक्रेन युद्ध के कारण रक्षा क्षेत्र की पश्चिमी कंपनियों को भारी २०० अरब डॉलर का मुनाफा – अमरिकी वेबसाईट का दावा

वॉशिंग्टन – रशिया-यूक्रेन युद्ध से सबसे बड़ा लाभ पश्चिमी देशों की रक्षा कंपनियों को प्राप्त हुआ हैं, ऐसा दावा अमरिकी वेबसाईट ने किया है। ‘डिफेन्स न्यूज’ नामक वेबसाईट ने वर्ष २०२२ में रक्षा क्षेत्र में सबसे अधिक आय प्राप्त करने वाली शीर्ष १०० कंपनियों की सूचि सार्वजनिक की है। इनमें ५० से अधिक अमरिकी कंपिनयों का समावेश हैं और ऐसी पाच बड़ी प्रमुख कंपनियों ने ही करीबन १९६ अरब डॉलर का कारोबार करने की जानकारी सामने आयी है। ‘डिफेन्स न्यूज’ की यह रपट सार्वजनिक हो रही थी तभी अमरीका ने यूक्रेन के लिए २० करोड़ डॉलर के नए राक्षा सहायता का ऐलान किया है।

रशिया-यूक्रेन संघर्ष की पृष्ठभूमि पर अमरीका और नाटो सदस्य देशों ने यूक्रेन को भारी मात्रा में शस्त्र सहायता प्रदान करना शुरू किया था। इसमें राइफल, सैन्य वाहन, तोप, टैंक, रॉकेट सिस्टिम, मिसाइल और हेलीकॉप्टर्स का समावेश है। अमरीका ने अब तक यूक्रेन को लगभग ४५ रब डॉलर के शस्त्र एवं रक्षा सहायता मुहैया की है। अमरीका के बाद ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी ने यूक्रेन को करीबन २० अरब डॉलर के शस्त्रों की आपूर्ति करने की बात कही जा रही है। यूरोप के अन्य देशों ने भी ५ अरब डॉलर से भी अधिक की शस्त्र सहायता करने का दावा हो रहा है।

अमरीका और यूरोपिय देशों ने यूक्रेन को प्रदान किए अधिकांश हथियार और रक्षा यंत्रणा उनके हथियारों के मौजूदा भंड़ार से दिए हैं। यूक्रेन को शस्त्र सहायता प्रदान करने से यूरोपिय देशों के हथियारों का भंड़ार तेज़ गति से कम हो रहा था। छोटे बाल्कन एवं बाल्टिक देशों के साथ जर्मनी और पोलैण्ड जैसे देशों के पास अब कुछ दिन के लिए पर्याप्त हथियार ही बचे होने की रपट सामने आयी थी। अमरीका की शस्त्र सहायता में हो रही कमी को लेकर भी अमरीका के मौजूदा एवं पूर्व अधिकारी और विश्लेषकों ने चिंता जताई थी।

यह कमी दूर करने के लिए यूरोपिय देशों ने अमरीका के साथ अरबों डॉलर लागत के समझौते किए हैं। ऐसे में अमरिकी रक्षा विभाग भी अपने हथियारों का भंड़ार ‘अपडेट’ करने के लिए देश की रक्षा कंपनियों को अरबों डॉलर के ठेके बहाल करता दिख रहा हैं। रशिया-यूक्रेन युद्ध के साथ ही चीन के बढ़ रहे खतरे के मद्देनज़र अमरीका ने अपने रक्षा खर्च में प्रचंड़ वृद्धि की हैं। इसका बड़ा हिस्सा रक्षा कंपनियों को प्राप्त होगा, यह भी स्पष्ट हो रहा है।

‘डिफेन्स न्यूज’ ने विश्व में सबसे अधिक आय प्राप्त करनेवाली १०० बड़ी रक्षा कंपनियों की सूचि जारी की हैं। इनमें से लगभग ८० कंपनियां अमरीका और यूरोप की हैं। इनमें से पांच सबसे अधिक मुनाफा पाने वाली पांच में से चार कंपनियां अमरीका की और एक कंपनी चीन की हैं। अमरिकी कंपनियों में लॉकहीड मार्टिन, रेदॉन, नॉथ्रोप ग्रुमन और बोईंग का समावेश हैं। इस वर्ष विश्व की शीर्ष कंपनियों की आय ४४८ अरब डॉलर रही है और वर्ष २०२६ तक यही आय बढ़कर ५५४ अरब डॉलर तक जा पहुंचेगी, ऐसा अनुमान अमरिकी वेबसाईट की रपट में जताया गया है।

इसी बीच, अमरीका ने यूक्रेन के लिए २० करोड़ डॉलर की नई रक्षा सहायता प्रदान करने का ऐलान किया है और इसमें हायमार्स रॉकेट सिस्टिम और पैट्रियॉट मिसाइल भी शामिल हैं।

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