रशिया-युक्रेन युद्ध भड़क सकता है – रशियन राजदूत की चेतावनी

ukraine-russia-war--erupt-2मॉस्को/किव्ह – रशिया और युक्रेन की सीमा पर किसी भी पल युद्ध भड़क सकता है, ऐसी चेतावनी ब्रिटेन में नियुक्त रशियन राजदूत ने दी है। नाटो रशियन सीमा के पास बड़े पैमाने पर गतिविधियाँ कर रहा होकर, उससे निर्माण होनेवाली चिंगारी युद्ध का कारण बन सकती है, ऐसा रशियन राजदूत आंद्रेई केलिन ने डटकर कहा। अमरीका में नियुक्त रशियन राजदूत ऍनातोली अँटानोव्ह ने भी कहा है कि अगर युक्रेन मुद्दे पर संघर्ष भड़का, तो रशिया पीछे नहीं हटेगा। रशियन अभ्यास गुट ‘वाल्दाई क्लब’ ने भी युक्रेन पर हमले की संभावना जताई है। ब्रिटेन के सांसद ऍलन वेस्ट ने ऐसा दावा किया है कि रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन युक्रेन के मुद्दे पर परमाणु युद्ध छेड़ सकते हैं।

ukraine-russia-war--erupt-3कुछ ही दिन पहले नाटो समेत अमरीका और ब्रिटेन इन दोनों देशों ने, युक्रेन मुद्दे पर रशिया को चेतावनी दी थी। रशिया द्वारा युक्रेन सीमा पर जारी गतिविधियों के संदर्भ में हमारे पास सभी विकल्प खुले हैं, ऐसी चेतावनी अमरीका ने दी थी। वहीं, ब्रिटेन ने, अगर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने युक्रेन पर हमला करने की गलती की, तो उन्हें उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, इसका एहसास करा दिया था। नाटो ने भी, रशिया को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसा बयान किया था। इस पृष्ठभूमि पर, अब ठेंठ रशिया ने युद्ध भड़कने के मामले में बयान करके सनसनी मचाई है।

‘रशिया-युक्रेन सीमा पर युद्ध भड़कने का खतरा है। यह ख़तरा बहुत ही गंभीर किस्म का है। रशिया की सीमा के पास नाटो की तैनाती बढ़ रही है। बाल्टिक सागर क्षेत्र में भी लष्करी गतिविधियाँ तेज़ हुईं दिख रहीं हैं। परमाणु-अस्त्र-सिद्ध विमान रशियन सीमा से महज़ २० किलोमीटर की दूरी पर उड़ान भर रहे हैं। ऐसी पृष्ठभूमि पर, एकाद चिंगारी उड़कर उसका रूपांतर संघर्ष में होने की संभावना है’, ऐसी चेतावनी ब्रिटेन में नियुक्त रशियन राजदूत आंद्रेई केलिन ने दी। इस समय केलिन ने, ब्रिटेन समेत अन्य नाटो देश रशियन सीमा के अधिक से अधिक करीब आ रहे हैं, इस पर भी गौर फरमाया।

ukraine-russia-war--erupt-1रशिया का अभ्यासगुट ‘वाल्दाई क्लब’ ने भी रशिया-युक्रेन संघर्ष की संभावना बढ़ी है, ऐसा कहा है। ‘वॉर बिटविन रशिया ऍण्ड युक्रेन: बेसिक सिनॅरिओ’ इस नाम से जारी किए लेख में, रशिया द्वारा किये जानेवाले हमले का दावा किया है। रशिया फिलहाल युक्रेन के साथ ‘जैसे थे’ स्थिति नहीं चाहता, ऐसा इसमें कहा गया है। युक्रेन द्वारा मिन्स्क समझौते का उल्लंघन हो रहा होकर, आक्रमक रशियाविरोधी नीतियाँ अपनाईं जाने के कारण रशियन दायरे में नाराज़गी है। उसी समय, युक्रेन नाटो की सदस्यता के लिए ज़ोरदार प्रयास कर रहा होकर, पश्चिमी देशों से बड़े पैमाने पर रक्षा सहयोग ले रहा है। इससे युक्रेन में पश्चिमी देशों का अड्डा निर्माण होने का डर है। यह बात टालने के लिए रशिया युक्रेन पर निर्णायक आक्रमण करेगा, ऐसा रशियन अभ्यास गुट ने कहा है।

इसी बीच, ब्रिटेन के संसद सदस्य ऍलन वेस्ट ने भी रशिया-युक्रेन संघर्ष की संभावना जताई है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के स्वभाव का ज़िक्र करके, अगर पारंपरिक युद्ध हारने का डर हो, तो वे परमाणु युद्ध का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, ऐसी चेतावनी वेस्ट ने दी। युक्रेन के विदेश मंत्री ने भी, रशिया ने सीमा के पास एक लाख से अधिक सेना इकट्ठा करने का दावा किया होकर, पश्चिमी देशों की पलक झपकने से पहले रशिया हमला कर सकता है, ऐसी चेतावनी दी है।

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