रशिया को परमाणु युद्ध में पराजित करने के लिए नाटो का मास्टर प्लान – नाटो संबंध सुधारना नहीं चाहता ऐसी रशिया की आलोचना

NATO-meetब्रुसेल्स/मॉस्को – रशिया के साथ संबंध शीतयुद्ध दौर के बाद के सबसे निचले स्तर पर गए हैं, ऐसा दावा नाटो कर रहा है। इस कारण आनेवाले समय में अगर रशिया के खिलाफ युद्ध भड़का ही, तो उसमें रशिया को कैसे परास्त करना है इसका मास्टर प्लान नाटो ने बनाया है। रशिया के साथ परमाणु युद्ध छेड़ने की तैयारी भी नाटो ने की होने की जानकारी ब्रुसेल्स में हुई बैठक के बाद सामने आ रही है। नाटो की इस घोषणा पर रशिया ने तीव्र गुस्सा ज़ाहिर किया। अमरीका पुरस्कृत नाटो रशिया के साथ संबंध सुधारना ही नहीं चाहता यह बात इससे सामने आयी है, ऐसी तीखी आलोचना रशिया ने की।

ब्रुसेल्स में नाटो के मुख्यालय में सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक संपन्न हुई। ‘कन्सेप्ट ऑफ डिटरन्स अँड डिफेन्स इन द युरो-अटलांटिक एरिया’ इस पर आधारित इस बैठक में प्रत्याशी विरोध में नाटो सदस्य देशों का एकमत हुआ होने का दावा किया जाता है। नाटो के प्रमुख जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने यह बताया कि रशिया के साथ संबंध बहुत ही निचले स्तर पर गए हैं। रशिया ने नाटो स्थित अपना कार्यालय बंद करने के कारण यह हालत पैदा हुए हैं, ऐसा स्टोल्टनबर्ग ने कहा।

Stoltenberg-Austinइसके बाद अमरीका के रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन और नाटो के अन्य सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई बैठक में रशिया विरोधी युद्ध की योजना पर एकमत हुआ। नज़दीकी दौर में रशिया से हमले का ख़तरा नहीं है, यह बात नाटो के अधिकारियों ने मान्य की। लेकिन अगर वैसी ही परिस्थिति निर्माण हुई, तो उसके लिए तैयारी रखने पर इस बैठक में एकमत हुआ। बाल्टिक क्षेत्र तथा ब्लैक सी के क्षेत्र के देशों को रशिया से ख़तरा है यह बता कर, नाटो लष्करी संघर्ष की तैयारी रखें, ऐसी सूचना इस बैठक में की गई।

साथ ही, रशिया के विरोध में परमाणु युद्ध, साइबर हमले तथा अंतरिक्ष युद्ध ऐसे पारंपरिक युद्ध की योजना पर भी चर्चा होने की जानकारी सामने आ रही है। रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने, नाटो की इस बैठक की जमकर आलोचना की। नाटो की अगर ऐसी ही मनोवृति होगी, तो उनके साथ चर्चा करने का कोई मतलब ही नहीं है यह इस बैठक से स्पष्ट हुआ है, ऐसी आलोचना पेस्कोव्ह ने की।

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