ब्रिटेन, फ्रान्स और पोलैण्ड पर हमले करें – रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से उनके समर्थकों की गुहार

मास्को – ब्रिटेन ने यूक्रेन के लिए अपने ‘चैलेन्जर २’ टैंक रवाना किए हैं। फ्रान्स ने अपने ‘एएमएक्स-१०’ टैंक यूक्रेन को देने की तैयारी की है और जर्मनी यूक्रेनी सेना के लिए ४० मार्डर टैंक भेजने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में अमरीका यूक्रेन को तकरीबन ५० ‘एम २’ टैंक दे रही है। यह टैंक रशिया की सीमा से टकराने तक क्या हम प्रतिक्षा करते रहेंगे? इससे पहले ही रशिया ने नाटो सदस्य ब्रिटेन, फ्रान्स और पोलैण्ड पर हमले करने पडेंगे। जरुरत न पडे तो ठीक है लेकिन, जरुरत पडने पर इन देशों पर परमाणु हमले करने की तैयारी भी रशिया ने की होगी। क्योंकि, तीसरा विश्व युद्ध शुरू हुआ है, ऐसा बयान रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के कड़े समर्थक व्लादिमीर सोलोवयोव ने किया है।

पोलैण्ड पर हमले उनके इस बयान का गंभीर संज्ञान पश्चिमी अखबार लेते हुए दिख रहे हैं। रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के समर्थक सोलोवयोव ने अपने नेतृत्व के सामने ब्रिटेन, जर्मनी और पोलैण्ड पर हमले करने की मांग करने की बात पर पश्चिमी अखबारों ने ध्यान आकर्षित किया। यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने वाले नाटो सदस्य देशों पर रशिया ने अब तक हमले नहीं किए हैं क्योंकि, उन पर हमले हुए तो नाटो और रशिया में युद्ध शुरू होगा। लेकिन, अब इसकी परवाह करने की ज़रूरत नहीं रही। क्योंकि, यह सभी देश अब अपने टैंक यूक्रेन को देकर रशिया विरोधी सैन्य गतिविधियां करने लगे हैं। ऐसी स्थिति में रशिया सीधे हमला होने की प्रतिक्षा न करे, यह सुझाव भी सोलोवयोव ने दिया है।

पोलैण्ड पर हमलेनाटो के टैंक अपनी सीमा पर टकराने से पहले रशिया ब्रिटेन, फ्रान्स और पोलैण्ड पर हमले करे क्योंकि, तीसरा विश्व युद्ध कब का शुरू हो चुका है, ऐसा दावा सोलोवयोव ने किया। अमरीका और नाटो सदस्य देशों ने यूक्रेन की सैन्य सहायता बढ़ाने के बाद रशियन नेताओं की भाषा अधिकाधिक आक्रमक हो रही है और रशियन सेना यूक्रेन में नाटो से ही जंग लड रही है, ऐसा आरोप रशियन नेता लगाने लगे हैं। इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे और अमरीका एवं नाटो के साथ रशिया का सीधे संघर्ष शुरू होने का खतरा इससे होने का अहसास भी रशिया ने कराया है। इसी पृष्ठभूमि पर सोलोवयोव की इस चेतावनी की अहमियत अधिक बढ़ती दिख रही है।

अमरीका और नाटो ने यूक्रेन को सैन्य सहायता जारी रखी है। इससे परमाणु युद्ध शुरू होगा, ऐसी चेतावनी रशिया लगातार दे रही है। इसी का दाखिला देकर जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने रशिया विरोधी सख्त बयान किए थे। यदि, रशिया ने यूक्रेन पर परमाणु हमला किया तो उसे पूरी मानवता के खिलाफ किया गया हमला माना जाएगा, ऐसा बयान फुमिओ किशिदा ने किया था। इस पर रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने आलोचना की है। जापान के प्रधानमंत्री को उनके देश पर अमरीका ने ही परमाणु बम गिराए थे, इसकी याद दिलाई। वास्तव में जापान के प्रधानमंत्री ने अमरीका से इसका हर्ज़ाना मांगना चाहिये था। इसके बजाय वह अमरीका का साथ देकर रशिया को लक्ष्य कर रहे हैं, ऐसी फटकार मेदवेदेव ने लगाई है।

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