गाजा पट्टी में हमास के नेताओं के विरोध में नाराज़गी बढ़ी

गाजा – पैलेस्टिन के सभी गुटों को साथ लेकर चर्चा करने की कोशिश रशिया ने शुरू की है। इसके तहत २६ फ़रवारी को आयोजित हो रही बैठक में हमास भी शामिल हो, ऐसा आवाहन वेस्ट बैंक की अधिकृत पैलेस्टिनी सरकार के प्रधानमंत्री ने किया है। मौजूद समय में पैलेस्टिनी नागरिकों की एकजूट सबसे अहम होने पर गौर करके हमास इससे संबंधित निर्णय करें, ऐसा आवाहन पैलेस्टिन के प्रधानमंत्री ने किया है। लेकिन, गाजा पट्ट में हमास के नेताओं के विरोध में काफी नाराज़गी बढ़ने की जानकारी सामने आ रही है। खास तौर पर इस्रायली सेना के हमले से भार रहा हमास का प्रमुख याह्या सिन्वर के विरोध में गाजा के पैलेस्टिनी तीखी प्रतिक्रिया दर्ज़ कर रहे हैं।

गाजा की हमास का प्रमुख याह्या सिन्वर ने ही ७ अक्टूबर, २०२३ को इस्रायल पर भीषण आतंकवादी हमला किया था। इस हमले के बाद हमने इस्रायल को काफी बड़ा झटका दिया है, ऐसे दावे सिन्वर ने किए थए। गाजा पट्टी में हमास के नेताओं के विरोध में नाराज़गी बढ़ीलेकिन, इस्रायली रक्षाबलों ने गाजा में घुसकर कार्रवाई शुरू करने के बाद सिन्वर अपने बनाए टनेल से भाग निकला था। ज़रूरत महूसस होने पर किसी के भी संरक्षण के बिना इस्रायली हमलावरों के सामने खड़े रहकर मेरी हत्या करें, ऐसी सीधी चुनौती दुंगा, इस तरह की ड़िंगे याह्या सिन्वर ने हाकी थी। उसका क्या हुआ, ऐसा सवाल गाजा की जनता पुछ रही है।

किसी की तरह का सोच-विचार किए बिना इस्रायल पर आतंकवादी हमला करके बाद में भागने वाले सिन्वर की वजह से गाजा पट्टी में २० लाख से भी अधिक जनता भयंकर स्थिति का सामना कर रही हैं। यह सबकुछ सिन्वर की मुर्खता के कारण ही हो रहा है और अब इसकी ज़िम्मेदारी उठाने के बजाय सिन्वर जमीन के नीचे बनाए टनेल्स से भाग रहा है। अपना परिवार और करीबी रिश्तेदारों को लेकर चुहे की तरह सिन्वर इन टनेल्स में घुम रहा है। उसे इस्रायल के हमलों से तबाह हुई पैलेस्टिनी जनता से कुछ भी लेना-देना नहीं है, ऐसा आरोप गाजा के कुछ लोगों ने लगाया है। ऐसी स्थिति में भी सिन्वर और हमास के नेता इस्रायली अगवा नागरिकों को रिहा करके गाजा की जनता को राहत देने के लिए तैयार नहीं हैं। इस वजह से सिन्वर के विरोध में अधिक गुस्सा व्यक्त किया जा रहा है और इस मुद्दे को लेकर अब हमास के नेताओं के बीच में ही बड़े मतभेद निर्माण हुए हैं।

ऐसी स्थिति में रशिया पैलेस्टिनियों के सभी गुटों की मास्को में बैठक आयोजित कर रही है। इस पर हमास का अभी कोई भी बयान सामने नहीं आया है। इस चर्चा में शामिल होना है तो पहले हमास ने पैलेस्टिनियों की एकजूट के लिए शुरू कोशिशों को स्वीकृति देनी होगी, ऐसी मांग वेस्ट बैंक की पैलेस्टिनी सरकार के प्रधानमंत्री ने की है। हमास को यदि यह मांग स्वीकार नहीं है, तो फिर हमें अलग विचार करना मुमकिन होगा, ऐसा इशारा उन्होंने दिया है। इस वजह से हमास पर अधिक दबाव बढ़ता दिख रहा है। वहीं, इजिप्ट के विदेश मंत्री ने हमास की आलोचना करते हुए यह कहा है कि, हमास को हिंसा की राह छोड़नी नहीं हैं और इस वजह से इस्रायल के साथ युद्ध विराम मुमकिन नहीं हो रहा है। इस वजह से हमास पर एक ही साथ अंदरुनी और अन्य देशों का भी दबाव बढ़ता दिख रहा है।

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