रशिया के ‘रुबल’ की भारी गिरावट – प्रति डॉलर १०१ रुबल के स्तर पर

मास्को/वॉशिंग्टन – देश की अंदरुनि मांग के कारण हुई आयात की बढ़ोतरी और निर्यात की गिरावट के पृष्ठभूमि पर रशिया की मुद्रा रुबल में भारी गिरावट देखी गई है। अमरिकी डॉलर की तुलना में रुबल ने १०० अंकों का और युरो के सामने ११० का स्तर पार किया हैं। यह पिछले १७ महीनों की सबसे बड़ी गिरावट होने का बयान रशियन वृत्तसंस्था ने किया है। इससे पहले मार्च २०२२ में अमरिकी डॉलर की तुलना में रुबल का मुल्य १३६ तक फिसला था। रुबल की जारी गिरावट के दौरान रशियन अर्थव्यवस्था ने वर्ष २०२३ की दूसरी तिमाही में सकारात्मक प्रदर्शन करने की जानकारी केंद्रीय बैंक ने प्रदान की है।

रशिया के ‘रुबल’ की भारी गिरावट - प्रति डॉलर १०१ रुबल के स्तर परपिछले साल फ़रवरी महीने में रशिया ने यूक्रेन पर किए हमले के बाद अमरीका के साथ पश्चिमी देशों ने रशिया के विरोध में आर्थिक प्रतिबंध लगाना शुरू किया था। रशियन अर्थव्यवस्था को कमज़ोर करके यूक्रेन विरोधी युद्ध की सहायता रोकना ही इसका उद्देश्य बताया गया था। प्रतिबंधों के शुरू के दौर में रशिया के विदेश मुद्रा भंड़ार पर कब्ज़ा करके रुबल का मुल्य गिराने में पश्चिमी कामयाब हुए थे। इसी दौरान हुई गिरावट के कारण रुबल का मुल्य प्रति डॉलर १३० से भी अधिक हुआ था।

लेकिन, रशियन हुकूमत ने अपनाई विभिन्न योजनाओं के कारण कुछ ही महीनों में रुबल के मुल्य का सुधार हुआ और यह प्रति डॉलर ५० के स्तर पर पहुंचा था। इसके बाद रशिया ने आर्थिक स्तर पर विभिन्न प्रावधान जारी रखकर अर्थव्यवस्था खड़ी रखने के लिए आवश्यक प्रावधान किया था। इसका असर रशिया में अंदरुनि मांग और क्रय शक्ति बढ़ने में हुआ था। इससे रशिया की आयात बढ़ने लगी और इसीसे रुबल के मुल्य को नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है।

रशिया के ‘रुबल’ की भारी गिरावट - प्रति डॉलर १०१ रुबल के स्तर परआयात बढ़ने के साथ ही ईंधन एवं अन्य क्षेत्र की निर्यात कुछ हद तक कम हुई है। इसी बीच रशिया ने डॉलर पर प्रतिबंध लगाकर कारोबार में इसका इस्तेमाल कम किया और इस वजह से विदेशी मुद्रा भंड़ार में डॉलर की मात्रा विक्रमी स्तर तक कम हुई है। व्यापार में हुए इस बदलाव के कारण रुबल के मुल्य की भारी गिरावट होने की बात कही जा रही है। सोमवार के कारोबार के दौरान रुबल का दर प्रति डॉलर १०१ और प्रति युरो १११ दर्ज़ हुआ।

लेकिन, रुबल की इस गिरावट का रशिया की आर्थिक स्थिरता पर असर नहीं होगा, ऐसा केंद्रीय बैंक ने स्पष्ट किया है। बैंक ने जारी किए आर्थिक तिमाही की रपट से भी इसकी पुष्टि होती दिख रही है। वर्ष २०२३ की दूसरी तिमाही में रशियन अर्थव्यवस्था की प्रगति सकारात्मक होने की जानकारी ‘सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया’ ने साझा की है।

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