अमरिकी डॉलर, यूरो की अहमियत कम करके इस्रायल ने विदेशी मुद्रा भंड़ार में चीन के युआन को दिया स्थान

तेल अवीव – साल २०२१ तक इस्रायल के विदेशी मुद्रा भंड़ार में सिर्फ अमरिकी डॉलर्स, युरो और ब्रिटीश पौंड का ही स्थान था| लेकिन, मौजूदा आर्थिक वर्ष में इस्रायल की सेंट्रल बैंक ने विदेशी मुद्रा भंड़ार में अमरिकी डॉलर और युरो पर निर्भरता घटाके चीन के युआन और कनाड़ा और ऑस्ट्रेलियन डॉलर एवं जापान का येन जमा करना तय किया है| मौजूदा भू-राजनीतिक गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर इस्रायल की सेंट्रल बैंक ने यह निर्णय किया हुआ दिख रहा है|

us-dollar-euro-china-yuanइस्रायल का विदेशी मुद्रा भंड़ार पहली बार २०० अरब डॉलर्स तक जा पहुँचा है| इसमें अब तक अमरिकी डॉलर्स की मात्रा ६५ प्रतिशत और युरो का भंड़ारण ३० प्रतिशत था| इस्रायल के विदेशी मुद्रा भंड़ार में ब्रिटीश पौंड की मात्रा लगभग पांच प्रतिशत थी| लेकिन, आनेवाले दिनों में विदेशी मुद्रा भंड़ार पर निर्धारित प्राप्ति की जरुरत का बयान करके इस्रायल की सेंट्रल बैंक ने अन्य देशों की मुद्रा आरक्षित भंड़ार में बढ़ाने का ऐलान किया|

इसके अनुसार इस्रायल के विदेशी मुद्रा भंड़ार में अमरिकी डॉलर और युरो की मात्रा घटाई जाएगी| डॉलर ६५ प्रतिशत से सीधे ६१ प्रतिशत किया जाएगा और युरो की मात्रा ३० प्रतिशत के बजाय अब २० प्रतिशत की जाएगी, यह इस्रायल की सेंट्रल बैंक ने स्पष्ट किया| इसकी तुलना में ब्रिटीश पौंड़ की मात्रा बढ़ेगी| ऑस्ट्रेलियन और कनाड़ा के डॉलर्स को ३.५ प्रतिशत स्थान दिया जाएगा| इसके साथ ही चीन के युआन को २ प्रतिशत स्थान मिलेगा|

कुछ दिन पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने अमरिकी डॉलर के मूल्य की गिरावट पर चिंता जताई थी| पिछले दो दशक में पहली बार अमरिकी डॉलर के मूल्य में इतनी गिरावट दर्ज़ हुई थी| ऐसे में चीन डॉलर के अवमूल्यन का लाभ उठा रहा है, यह इशारा अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने दिया था| फिलहाल यूक्रैन युद्ध का भी लाभ चीन को मिलता हुआ दिख रहा है, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है|

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