लीबिया में तुर्की के ‘ड्रोन बेस’ पर बागियों के तेज हवाई हमलें

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरत्रिपोली: लिबियन सरकार की सहायता करनेवाले तुर्की को बागी नेता जनरल खलीफा हफ्तार की फौजों ने फिर एक बार लक्ष्य किया है| दो हफ्तों पहले तुर्की का लष्करी विमान गिरानेवाले हफ्तार की फौजों ने अब तुर्की बेस को लक्ष्य किया है| वायव्य लीबिया में झुआरा एयरपोर्ट पर हवाई हमलें किए गए हैं और इस भाग में तुर्की का ड्रोन बेस होने की बात कही जा रही है| पर संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इस अड्डे पर किसी भी प्रकार की लष्कर यंत्रणा तैनात नहीं थी, ऐसा कहते हुए ड्रोन बेस के बारे किया गया दावा ठुकराया है|

पिछले चार महीनों में जनरल खलीफा हफ्तार के समर्थक बागी गुट राजधानी त्रिपोली पर कब्जा प्राप्त करने के लिए प्रयत्न कर रहे हैं| इन बागियों ने त्रिपोली के आसपास अधिकतम भाग कब्जे में लेने में सफलता प्राप्त की है| पर अमरिका, तुर्की और अन्य देशों से मिलनेवाली सहायता के जोर पर लिबियन सरकार ने हफ्तार के बागी गुटों को रोकने में सफलता प्राप्त की है| जिसकी वजह से कुछ भागों से हफ्तार की फौजों को वापसी करनी पड़ी है|

इस वजह से क्रोधित हुए जनरल हफ्तार ने लिबियाई सरकार को सहायता करनेवाले तुर्की को ही लक्ष्य करने की धमकी दी है| इसके अनुसार लिबियन सरकार एवं सहायक गुट के साथ लीबिया में तुर्की का अड्डा होनेवाले भागों को भी लक्ष्य किया जा रहा है| दो हफ्तों पहले लीबिया में मिसराता हवाई अड्डे पर किए हवाई हमले के दौरान तुर्की का लष्करी विमान गिराने का दावा हफ्तार के गुटने किया था| उसके कई फोटोग्राफ भी प्रसिद्ध हुए थे|

इस हमले के बाद हफ्तार की फौजों ने फिर एक बार तुर्की को लक्ष्य करने की बात सामने आई है| तुर्की ने लिबियन सरकार एवं उसका समर्थन करनेवाले गुटों को ड्रोन लेजर सिस्टम के साथ बड़े तदाद में शस्त्र प्रदान किए है| इस सहायता को लक्ष्य करने की तैयारी हफ्तार के गुटने की है और झुआरा एयरपोर्ट पर किया हमला उसी का भाग है| यह नागरी परिवहन के लिए उपयोग में होनेवाला हवाई अड्डा है| फिर भी उसपर तुर्की ने दिए ड्रोन रखे थे, ऐसा दावा हफ्तार की फौजों ने किया है|

झुआरा एयरपोर्ट पर किए हमले में तुर्की के ड्रोन्स रखे गए थे, वह जगह पूर्ण रूप से तबाह होने की बात हफ्तार की फौजों ने कही है| झुआरा के बाद मिसराता के भाग में भी हवाई हमले करने का दावा जनरल हफ्तार के गुट से किया गया है| पर संयुक्त राष्ट्र संघटना ने हफ्तार के फौजों के दावे ठुकराए हैं| झुआरा एयरपोर्ट पर किसी भी प्रकार की लष्करी तैनाती नहीं थी| जिसकी वजह से यह हमला नागरी भागों पर हुआ हमला है, ऐसा आरोप संयुक्त राष्ट्र संघटना ने किया है|

अप्रैल महीने से राजधानी त्रिपोली एवं पास होनेवाले भागों में शुरू भीषण संघर्ष में अबतक लगभग १२०० लोगों की जान गई है और ५००० से अधिक लोग जख्मी हुए हैं| हफ्तार के पीछे लीबिया का लष्कर होकर रशिया, इजिप्ट और संयुक्त अरब अमीरात ने भी हफ्तार को समर्थन घोषित किया है| जिसकी वजह से हफ्तार का बल बड़ा है| फिर भी लिबियन सरकार को तुर्की से सक्रिय सहायता मिलने की बात हफ्तार के लिए लीबिया की राजधानी पर कब्ज़ा करना कठिन बना रही है| जिसकी वजह से हफ्तार ने तुर्की को लक्ष्य करना शुरू किया दिखाई दे रहा हैं|

पर लीबिया के झुआरा शहर में नागरि हवाई अड्डे पर तुर्की का ड्रोन बेस होने की बात दुनिया के सामने आई है| इस बारे का वृत्त लिबियन सरकार ने ठुकराने से पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इस बारे में स्पष्टीकरण दिया है और यह बात ध्यान केंद्रित कर रही है|

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