सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकों को अधिक मुनाफा प्राप्त – केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन

नई दिल्ली – सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का डुब रहा कर्ज कम करने के लिए केंद्र सरकार ने अपनाए प्रावधानों का प्रभाव दिखाई देने लगा हैं। इस वजह से डूबने वाले कर्ज की मात्रा कम हुई है। इस वजह से वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के १२ बैंकों का मुनाफा ५० प्रतिशत बढ़कर २५ हज़ार, ६८५ करोड़ रुपये हुआ हैं, यह जानकारी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने प्रदान की।

सार्वजनिक क्षेत्रसार्वजनिक क्षेत्र की सभी बैंकों का आर्थिक स्वास्थ मे सुधार हो रहा हैं, यह कहकर इसपर वित्त मंत्री सीतारामन ने संतोष व्यक्त किया।

सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकों ने प्रदान किए कर्ज में से बड़ी रकम का भुगतान नहीं हुआ। यह ऋण बैंकों के लिए घातक साबित होगा और अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा असर होगा, ऐसी चिंता जतायी जा रही थी। इस पृष्ठभूमि पर केंद्र सरकार ने बैड बैंक स्थापित करके डूबने वाले कर्ज वसूलने की तैयारी शुरू की। साथ ही अन्य आर्थिक सुधार का कार्यक्रम भी अपनाया। इसके साथ ही बैंकों को बड़ी मात्रा में पूंजी सहायता प्रदान करने का रणनीतिक निर्णय केंद्र सरकार ने किया था। साथ ही रिज़र्व बैंक ने भी बैंकों की स्थिति सुधारने के लिए कुछ प्रावधान किए थे।

इसका असर दिखने लगा हैं और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के डुबने वाले कर्ज की मात्रा कम होकर मुनाफा बढ़ा हैं। वित्त मंत्री सीतारामन ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा करके सकारात्मक बदालव का स्वागत किया। ३० सितंबर को खत्म हुई तीमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के १२ बैंको का कुल नफा ४० हज़ार, ९९१ करोड़ रुपयों तक बढ़ा हैं। ऐसें में बैंकों का मुनाफा २५ हज़ार ६८५ करोड़ रुपये रहा। देश की सबसे बड़ी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा ७४ प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ १३, २६५ करोड़ रुपये हुआ। वहीं कैनरा बैंक के मुनाफे में ८९ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई।

बैंको के स्थिति में हुए इस सुधार का देश के आर्थिक कारोबार को बड़ा लाभ प्राप्त होगा। इस वजह से उद्योगों को नया कर्ज उपलब्ध होगा और गति भी प्राप्त होगी। साथ ही आम लोगों के लिए भी अधिक मात्रा में कर्ज़ वितरित होने से माँग बढ़ेगी और देश की अर्थव्यवस्था को इससे भी लाभ प्राप्त होगा। इस वजह से बैंकों की स्थिति मे सुधार होने की केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारामन ने साझा की हुई जानकारी बड़ी अहमियत रखती है।

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