चीन में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ा – संक्रमितों की संख्या दो वर्ष के रेकॉर्ड स्तर पर

china-corona-spread-3बीजिंग/वॉशिंग्टन – पिछले कुछ दिनों में चीन में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है| शुक्रवार के २४ घंटो के दौरान चीन में कोरोना के डेढ़ हज़ार से अधिक मामले दर्ज़ हुए| यह पिछले दो सालों में २४ घंटों में पाए गए मामलों की सबसे अधिक संख्या है| इस पृष्ठभूमि पर चीन ने चैंगचुन और युचेंग शहरों में लॉकडाऊन का ऐलान किया| इसी बीच कोरोना की महामारी से मृतकों की संख्या घोषित आँकड़ों से तिगुनी हो सकती है, यह दावा अमरीका के एक अध्ययन मंडल ने किया है|

कोरोना के उद्गम वाले चीन में ही कोरोना संक्रमण फिर से तेज़ हो रहा है| पिछले कुछ दिनों से चीन में हररोज ५०० से अधिक मामले पाए जाते रहे हैं और शुक्रवार को यही संख्या डेढ़ हज़ार तक पहुँच गई| चीन के पांच प्रांत कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित हैं और इनमें जिलिन, ग्वांगडाँग, शान्डाँग, जिआंग्सु, गान्सु का समावेश है| चीन के आर्थिक एवं व्यापारी केंद्र के रूप में पहचाने जाने वाले शांघाय शहर में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं| इस बढ़ती संख्या के कारण शांघाय की शिक्षा संस्थाएं एवं अन्य उपक्रम बंद किए गए हैं|

china-corona-spread-2चीन के ईशान कोण स्थित चैंगचुन और पूर्व चीन के युचेंग शहर में लॉकडाऊन का ऐलान किया गया है| चैंगचून ९० लाख जनसंख्या का शहर है और जिलिन प्रांत की राजधानी है| इसी बीच शान्डाँग प्रांत के युचेंग की जनसंख्या पांच लाख से अधिक बताई जाती है| चीन के मुख्य क्षेत्र के इन क्षेत्रों के अलावा हाँगकाँग कोरोना का नया ‘हॉटस्पॉट’ होने की बात स्पष्ट हुई है| पिछले तीन महीनों के दौरान हाँगकाँग में पांच लाख से अधिक कोरोना के मामले दर्ज़ हुए हैं और तकरीबन ढ़ाई हज़ार मरीज़ों की मौत हुई है|

china-corona-spread-1-1चीन के इस नए विस्पोट से शासक कम्युनिस्ट हुकूमत द्वारा चलाई गई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ पर सवाल खड़े हो रहे हैं| कम्युनिस्ट हुकूमत ने साल २०१९ में कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद यह नीति अपनाकार चीन में कोरोना की महामारी काबू में करने का दावा किया था| साथ ही सबसे पहले टीकाकरण शुरू करके इस महामारी पर जीत हासिल करने की डींग मारी थी| लेकिन, पिछले छह महीनों से चीन की राजधानी बीजिंग के अलावा अलग-अलग हिस्सों में हुए विस्फोट से कम्युनिस्ट हुकूमत के दावे खोखले होने की बात दिखाई दी है| यह बात राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग के लिए मुश्किल बन सकती है, यह दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं|

इसी बीच, अमरीका की ‘इन्स्टिट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स ऍण्ड इवैल्युशन’ नामक अध्ययन मंडल ने कोरोना के मृतकों के मुद्दे पर नया दावा किया है| कोरोना की वजह से विश्‍व में मृत हुए लोगों की असल संख्या १.८० करोड़ से अधिक हो सकती है, ऐसा इस अध्ययन मंडल ने कहा है| फिलहाल प्राप्त हो रहे आँकड़ों के अनुसार विश्‍व में कोरोना से ६० लाख लोगों की मौत हुई है| लेकिन, अमरिकी अध्ययन मंडल ने जारी किए आँकड़े तिगुने से अधिक हैं| कोरोना की महामाली से पहले होनेवाली मौतें और महामारी का फैलाव होने के बाद हुई मौतों की संख्या की तुलना करके यह दावा किया गया है, ऐसा इस अमरिकी अध्ययन मंडल का कहना है|

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