प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर में दाखिल

सिंगापुर: भारत ने मुक्त आर्थिक नीतिओं का स्वीकार किया है और पूर्व की तरफ देशों से आर्थिक सहयोग विकसित करने की तैयारी दिखाई है। तब से सिंगापुर भारत एवं आसियान के सदस्य देशों को जोड़नेवाले पुल का काम कर रहा हैं, ऐसे शब्दों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर की प्रशंसा की है। प्रधानमंत्री मोदी शांग्री-ला परिषद के लिए सिंगापुर में दाखिल हुए हैं और सिंगापुर के उद्योजकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के संबंध महत्वपूर्ण होने की बात रेखांकित कि है।

प्रधानमंत्री,  नरेंद्र मोदी, शांग्री-ला, परिषद, दाखिल, सिंगापुर, इंडोनेशियाप्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया के दौरे के बाद मलेशिया को भेंट दी है। मलेशिया के क्वालालंपुर में प्रधानमंत्री मोदी ने इस देश के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद से मुलाकात की है। चुनाव में मिले विजय के बारे में प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद इनका भारत के प्रधानमंत्री ने अभिनंदन किया है। तथा उस समय दोनों देशों में संबंध दृढ़ करने के बारे में दोनों नेताओं की चर्चा संपन्न हुई है। मलेशिया यह भारत का आसियान में अत्यंत महत्वपूर्ण साझेदार देश होने के बात प्रधानमंत्री मोदी ने इस समय कही, ऐसी जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दी है।

मलेशिया की भेंट के बाद प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर में दाखिल हुए। इस समय सिंगापुर के उद्योजकों को परिषद में संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर एवं भारत के पारंपरिक मैत्रीपूर्ण संबंध का दाखिला दिया है। भारत एवं सिंगापुर में हमेशा उत्तम राजनीतिक संबंध थे। पर भारत में आर्थिक उदारीकरण की प्रक्रिया शुरू करने के बाद पूर्व की तरफ देशों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू किए हैं। इन प्रयासोन को सिंगापुर से बहुत बड़ी प्रतिक्रिया मिल रही है। आसियान का महत्वपूर्ण सदस्य देश होने वाले सिंगापुर में भारत एवं आसियान के अन्य सदस्य देशों को जोड़नेवाले पुल का काम किया है, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर की प्रशंसा की है।

इस दौरान व्यापारी परिषद में भारत में शुरू किए भीम, रूपे और एसबीआय के डिजिटल पेमेंट एप्स का सादरीकरण किया है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी इनकी सिंगापुर के प्रधानमंत्री से चर्चा होने वाली है, इस चर्चा में दो देशों के व्यापारी संबंध एवं दोनों देशों में व्यापार एवं निवेश के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे, तथा शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भेंट करने वाले हैं। दुनिया का कारोबारी केंद्र बने हुए सिंगापुर के साथ भारत का आर्थिक एवं व्यापारी सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकते है।

दौरान शुक्रवार से सिंगापुर में शांग्री-ला परिषद् शुरू हो रहा है। सुरक्षा विषयक परिषद का केंद्र एशिया पैसिफिक क्षेत्र होगा ऐसा कहा जा रहा है। इस सुरक्षा विषय परिषद में ५० एशियाई देशों के रक्षा मंत्री शामिल होने वाले हैं। अमरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया इन देशों के रक्षा मंत्री द्वारा उसमे आशिया पैसिफिक क्षेत्र में चीन कर रहे कारवाई का मुद्दा उपस्थित किये जाने की गहरी आशंका है। तथा इसे चीन से भी उतना ही आक्रामक जवाब मिलेगा ऐसे संकेत मिल रहे हैं।

शांग्री-ला परिषद में शांति एवं स्थिरता और सुरक्षा के बारे में भारत की भूमिका प्रधानमंत्री मोदी इनसे प्रस्तुत की जाएगी, ऐसा विदेश मंत्रालय के पूर्व आशियाई विभाग के सचिव प्रीति सरन ने कहा है। भारत ने इससे पहले भी इस सागरी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन हो ऐसी भूमिका स्वीकारी थी। प्रधानमंत्री मोदी यह भूमिका अधिक ठोस रूप से प्रस्तुत करेंगे ऐसा माना जाता है ।

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