प्रधानमंत्री मोदी की इस्रायल के प्रधानमंत्री के साथ चर्चा

नई दिल्ली –  इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट के साथ अपनी फोन पर चर्चा संपन्न हुई, ऐसी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी। सोशल मीडिया में यह जानकारी साझा करते समय, प्रधानमंत्री मोदी ने इस्रायली प्रधानमंत्री के साथ, फिलहाल दुनिया भर में जारी गतिविधियों पर अपनी बातचीत हुई, ऐसा कहा है। युक्रेन का युद्ध, अमरीका का ईरान के साथ का परमाणु समझौता और उस पर अरब-खाड़ीक्षेत्र के देशों ने इस्रायल के साथ शुरू किए सहयोग की पृष्ठभूमि पर, प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री बनने की बीच की यह चर्चा गौरतलब साबित हो रही है।

pm-modi-talks-israel-pmइस्रायल के प्रधानमंत्री 3 अप्रैल को भारत दौरे पर आनेवाले थे। लेकिन उन्हें कोरोना का संक्रमण होने के कारण यह दौरा स्थगित किया गया। उस पृष्ठभूमि पर, प्रधानमंत्री मोदी ने इस्रायली प्रधानमंत्री की तबियत की पूछताछ की। इस समय दोनों नेताओं के बीच अन्तर्राष्ट्रीय गतिविधियों पर चर्चा होने की जानकारी इस्रायली प्रधानमंत्री के माध्यम विशेष सलाहकार ने दी। इसमें जागतिक तथा क्षेत्रीय मुद्दों समेत ईरान के परमाणु कार्यक्रम का भी समावेश होने की बात उन्होंने स्पष्ट की। साथ ही, पिछले हफ्ते इस्रायल में हुए आतंकवादी हमलों की प्रधानमंत्री मोदी ने निर्भत्सना की थी। उसके लिए इस्रायली प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा किया।

युक्रेन में युद्ध जारी है, ऐसे में खाड़ी क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर गतिविधियां हो रही है। अमेरिका ईरान के साथ नए से परमाणु समझौता करने की तैयारी में है, ऐसे में इस्रायल समेत खाड़ी क्षेत्र के देशों द्वारा भी उस पर तीव्र प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। इस्रायल ने हाल ही में नेगेव परिषद का आयोजन किया था और उसमें युएई, बाहरिन, मोरोक्को तथा इजिप्ट ये देश सहभागी हुए थे। इन देशों में खुलेआम लष्करी सहयोग पर चर्चा संपन्न हुई। अमरीका की परवाह न करते हुए ईरान के विरोध में बन रहे इस लष्करी मोर्चे का आनेवाले समय में अधिक ही विस्तार होगा और उसमें सऊदी अरब तथा अन्य खाड़ी क्षेत्र के देश सहभागी होंगे, ऐसी चर्चा है। इसलिए इसकी दखल अमरीका को लेनी पड़ी, ऐसे दावे किए जाते हैं ।

ऐसी परिस्थिति में भारत और इस्रायल के प्रधानमंत्रियों के बीच संपन्न हुई चर्चा गौरतलब साबित होती है। जल्द ही इस्रायल के प्रधानमंत्री भारत दौरे पर आनेवाले होकर, दोनों देशों के बीच इस सहयोग के व्यापक परिणाम संभव हैं, ऐसा विश्लेषकों का कहना है। भारत और इस्रायल के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा जारी है और जून महीने तक यह समझौता संपन्न होगा ऐसा बताया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.