गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता भारत के पक्ष में चीन से लड़ेगी – गिलगित-बाल्टिस्तान के राजनीतिक कार्यकर्ता का दावा

ग्लासगो – ‘चीन ने बड़ी गलती करके भारत की १३५ करोड़ जनता को जगाया है। इतना ही नहीं, बल्कि चीन ने गिलगित-बाल्टिस्तान समेत पूरे पाकिस्तानव्याप्त कश्‍मीर की जनता को भी जगाया है। गिलगित-बाल्टिस्तान के नागरिक चीन के विरोध में भारतीय सेना के कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे’, इन शब्दों में यहाँ के राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयुब मिर्झा ने, गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता भारत के साथ होने का संदेशा दिया है।

Gilgit-baltistanलद्दाख की सीमा पर चीन ने दगाबाज़ी करके भारतीय सैनिकों पर हमला किया। इस हमले के दौरान २० भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। इसके बाद भारत और चीन के बीच कभी भी संघर्ष भड़केगा, ऐसी स्थिति बनीं है। ऐसें में गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता की भावना व्यक्त करनेवाला संदेश, वहाँ के राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयुब मिर्झा ने दिया है। फिलहाल वे ग्लासगो में राजनीतिक शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं। ‘पीओके’ में पाकिस्तानी सेना द्वारा जारी अत्याचार और पाकिस्तानी सेना द्वारा हो रहे सियासी हत्याकांड के विरोध में वे हमेशा आवाज़ उठाते हैं।

पिछले ७० वर्षों से पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान के नागरिकों को भारत से दूर रखा गया है, यह बयान मिर्झा ने किया। ‘चीन की घुसपैंठ के बाद भारत के सामने कठिन स्थिति बनी है। चीन की उकसानेवाली हरकतें लगातार जारी हैं। चीन ने पाकिस्तान को और नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी को भी अपने पक्ष में शामिल करके घिनौना खेल शुरू किया है। ऐसे समय में गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता शांत नहीं रहेगी। हम भारत का साथ देंगे, ऐसा मिर्झा ने जताया है।

‘चीन ने १ अरब ३५ करोड़ भारतीयों को और उनके साथ ही पीओके की जनता को भी जगाया है। गिलगित-बाल्टिस्तान समेत पीओके की जनता के नसीब में यदि भारतीय सेना और जनता से ठेंठ युद्धभूमी पर भेंट होना लिखा है, तो वैसा ही होगा। गिलगित-बाल्टिस्तान समेत पीओके की जनता, भारतीय सेना के कंधे से कंधा मिलाकर जंग करने के लिए तैयार है’, ऐसा संदेश मिर्झा ने दिया।

पीओके में पाकिस्तान विरोधी स्वर अब काफ़ी तीव्र हुआ है और यह आवाज़ दबाने के लिए पाकिस्तान लगातार कोशिश कर रहा है। चीन ने पाकिस्तान में शुरू की ‘सीपीईसी’ परियोजना के ज़रिये गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता का शोषण किया जा रहा है और आनेवाले समय में यह प्रांत पाकिस्तान का नहीं, बल्कि चीन के क्षेत्र के तौर पर पहचाना जाएगा, ऐसा डर यहाँ की जनता व्यक्त कर रही है। इसे अधिकृत क़रार देने के लिए पाकिस्तान गिलगित-बाल्टिस्तान को अपना पाँचवाँ प्रांत घोषित करने की तैयारी में है। इसे यहाँ की स्थानिय जनता कड़ा विरोध कर रही है।

भारत ने जम्मू-कश्‍मीर से धारा-३७० हटाने के बाद, गिलगित-बाल्टिस्तान के नेताओं ने और मानव अधिकार कार्यकर्ताओं ने भारत के सामने, गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता का दुख जल्द दूर करें और हमें भारत में शामिल करें, यह माँग रखी थी। गिलगित-बाल्टिस्तान यह भारत का हिस्सा है, ऐसी ही भावना यहाँ की जनता ड़टकर व्यक्त कर रही है। इसी कारण पाकिस्तान और चीन से यहाँ की जनता पर हो रहे अन्याय रोककर, भारत यह क्षेत्र अपना हिस्सा होने का ऐलान करें, यह आवाहन गिलगित-बाल्टिस्तान की स्थानिय जनता तहे दिल से कर रही है। चीन जैसे देश के साथ जारी भारत के सीमा विवाद में भारत का पक्ष अपनाकर मिर्झा ने, गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता की भावना व्यक्त की हुई दिख रही है।

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