तहव्वूर राणा को भारत के हाथ सौंपने के लिए अमरीका तैयार

नई दिल्ली/वॉशिंग्टन  – मुंबई पर हुए २६/११ के आतंकी हमले का एक अपराधी तहव्वूर राणा को भारत के हाथ सौंपने की माँग भारतीय यंत्रणाओं ने रखी थी। इस पृष्ठभूमि पर, अब राणा का प्रत्यर्पण करने के लिए अमरीका तैयार होने की बात स्पष्ट हो रही है। पंद्रह दिन पहले ही अमरिकी यंत्रणाओं ने तहव्वूर राणा को दोबारा गिरफ़्तार किया था। उसके जमानत की अर्जी को विरोध करते समय अमरिकी एटर्नी ने फेडरल कोर्ट में, राणा को भारत के हाथ सौंपना संभव है, यह बयान किया था। लेकिन, इसके साथ ही मुंबई हमले का अन्य अपराधी डेव्हिड कोलमन हेडली को अमरीका भारत के हाथ नहीं सौंपेगी, यह बात भी अमरिकी एटर्नी ने अदालत में स्पष्ट की है।Tahawwur Hussain Rana

तहव्वूर राणा और हेडली उर्फ दाउद गिलानी यह दोनों मुंबई हमले की साज़िश में शामिल थे। सन २००६ से यह साज़िश रचने का काम जारी था। इसके लिए हेडली ने मुंबई पहुँचकर रेकी भी की थी और संवेदनशील जानकारी और फोटो पाकिस्तान के ‘लश्‍कर-ए-तोयबा’ तक पहुँचाए थे। लेकिन, इस काम के लिए हेडली को तहव्वूर राणा ने तैयार किया था और उसका खर्च भी राणा ने उठाया था, यह बयान हेडली ने मुंबई की अदालत में वीडियो कान्फरन्सिंग के ज़रिये दिया था।

तहव्वूर राणा पाकिस्तानी सेना का सेवानिवृत्त अधिकारी है और उसकी हिरासत पाने के लिए भारतीय यंत्रणा कोशिश कर रही है। राणा और हेडली को हिरासत में लेने की कोशिश भारतीय यंत्रणाओं ने पहले भी की थी। लेकिन, अब हेडली को नहीं, बल्कि राणा को भारत के हाथ सौंपने के लिए अमरीका तैयार हुई है। अमरिकी एटर्नी ने वहाँ के फेडरल कोर्ट में प्रदान की हुई जानकारी से यह बात स्पष्ट हो रही है।

राणा को कोरोना का संक्रमण होने के कारण अमरिकी जेल से रिहा किया गया था। लेकिन, १० जून के दिन भारत ने की बिनती के बाद अमरिकी यंत्रणाओं ने उसे दोबारा गिरफ़्तार किया था। ऐसें में, अब अमरीका राणा को भारत के हाथ सौंपेगी, ऐसीं ख़बरें सूत्रों के हवाले से प्राप्त हुई हैं। अमरिकी एटर्नी ने अदालत में रखीं जानकारी के अनुसार, राणा को भारत के हाथ सौंपने पर अब मुहर लगी है। हेडली को अमरिकी अदालत ने ३५ वर्ष की और राणा को १४ वर्ष की सजा सुनाई है।

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