मई महीने में योजित संसदिय चुनाव यूरोपिय महासंघ में बदलाव लाएंगे

रोम/ब्रुसेल्स – जब चुनकर आए राजनीतिक नेता कठपुतलियां, गुलाम, जोकर और वंश द्वेषी जैसे शब्दों का उपयोग करते हैं, तब उसे चर्चा अथवा संवाद नहीं कहा जा सकता| पर २६ मई के बाद यह स्थिति नहीं रहेगी और यूरोप बदलने वाला है, ऐसे शब्दों में इटली के अंतर्गत रक्षा मंत्री मैटियो सैल्व्हिनीने यूरोपीय महासंघ में प्रस्थापित नेतृत्व को चेतावनी दी है| पिछले कई दिनों में इटली के सत्ताधारी प्रशासन से महासंघ पर लगातार आलोचना हो रही है और ५ स्टा पक्ष के संसद सदस्यों ने महासंघ को ढोंगी कहकर संबोधित किया है|

पिछले वर्ष इटली में दक्षिणी एवं राष्ट्रवादी विचारधारा रखनेवाले पक्ष की सरकार सत्ता पर आई है और इस सरकार ने शरणार्थियों के मुद्दे के साथ आर्थिक बातों पर भी महासंघ के धारणाओं पर जोरदार विरोध किया है| इटली यह महासंघ के प्रभावी सदस्य देशों में से एक होने से इटली से होनेवाला विरोध महासंघ में प्रस्थापित नेतृत्व को तकलीफ़ में लानेवाला हो सकता है|

यूरोप में आनेवाले मई महीने में यूरोपीय संसद के चुनाव होनेवाले हैं| यह चुनाव यूरोपीय महासंघ में फिलहाल कार्यरत होनेवाले प्रस्थापित व्यवस्था और पिछले कई वर्षों में निर्माण हुए दक्षिणी और राष्ट्रवादी गट के निर्णायक संघर्ष का होगा, ऐसा माना जा रहा है| पिछले वर्ष भर में विविध घटनाओं से यूरोप में दक्षिणी और राष्ट्रवादी विचारधारा का उदय हो रहा है और उन्हें बड़ी तादाद में समर्थन मिलता दिखाई दे रहे हैं|

इटली में फिलहाल सत्ता पर होनेवाली सरकार उसका प्रखर उदाहरण माना जा रहा है| केवल इटली में ही नहीं बल्कि जर्मनी, फ्रान्स, हंगेरी, स्पेन, ऑस्ट्रिया जैसे प्रमुख यूरोपीय देशों में राष्ट्रवादी गट को सफलता मिल रही है और वह साथ आने की प्रक्रिया शुरू हुई है| कुछ दिनों पहले यूरोपीय महासंघ का भाग होने वाले एक गट ने मई महीने में होनेवाले चुनाव में राष्ट्रवादी गट को बड़ी सफलता मिलने का अंदाजा जताया था| जिसमें यूरोपीय संसद एवं महासंघ के धारणाओं में तथा निर्णय प्रक्रिया में बदलाव करने की ताकत इस गट के पास है ऐसा सूचित किया था|

इस पृष्ठभूमि पर इटली के सत्ताधारी संगठन के नेताओं में शुरू आलोचना ध्यान केंद्रित करने वाली ठहरी है| इससे पहले इटली के लीगा पक्ष के प्रमुख सैल्व्हिनी एवं उप प्रधानमंत्री लुइगी डी मेंवो ने महासंघ को लक्ष्य किया था पर अब अन्य संसद सदस्यों ने भी आक्रामक भूमिका लेकर उजागर रूप से महासंघ के विरोध में नाराजगी व्यक्त करनी शुरू की है|

इटली में ५ स्टार पक्ष के संसद सदस्य मैन्लियो डी स्टेफनो ने महासंघ ढोंगी होने का आरोप किया है| महासंघ को अगर वास्तव में यूरोप बचाना है, यूरोप की रक्षा करनी है, तो महासंघ ने अपना ढोंगी रूप दूसरी तरफ रखकर संवाद करना शुरू करना चाहिए, ऐसे कड़े शब्दों में स्टेफनो ने आलोचना की है| इटली के संसद में बजट कमेटी के प्रमुख होनेवाले एवं लीगा पक्ष के सदस्य क्लौडियो बोर्गी ने सीधे महासंघ से बाहर निकलने की धमकी दी थी|

इटली के साथ यूरोप में गटो के लिए यह आखरी अवसर है| अब हम यूरोप बदल सकते हैं तथा अगर वैसा नहीं हुआ तो इटली को महासंघ से बाहर निकलने के लिए विवश कर सकते हैं| महासंघ यह वास्तव में विनाशकारी एवं विषैली यंत्रणा है, ऐसे शब्दों में बोर्गी ने महासंघ को लक्ष्य किया है|

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