दुसरे विश्‍व युद्ध में आधा युरोप आजाद करनेवाले ब्रिटेन से युरोपीय महासंघ कर रहा है अपमानजनक बरताव – ब्रिटेन के संसद सदस्य का आरोप

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन – दुसरे विश्‍व युद्ध के दौरान ब्रिटेन ने आधे युरोप को आजाद करने के लिए अहम भूमिका निभायी थी| लेकिन, अब युरोपीय महासंघ ‘बेक्जिट’ के संबंधी ब्रिटेन से काफी अपमानजनक बरताव कर रहा है, यह आरोप ब्रिटेन के सत्तापक्ष के सदस्य ‘डैनिअल कौझिन्स्की’ इन्होंने किया है| साथ ही ब्रिटेन के व्यापार मंत्री लिआम फौक्स इन्होंने ‘ब्रेक्जिट’ समझौते से जुडी बातचीत से इन्कार करनेवाला महासंघ काफी गैरजिम्मेदारी की भूमिका अपना रहा है, यह दावा भी किया है| ब्रिटेन के सत्तापक्ष के नेताओं से आ रहे ऐसे वक्तव्य ‘ब्रेक्जिट’ के मुद्दे पर महासंघ और ब्रिटेन में बनी दरार और भी चौडी होने के संकेत दे रहे है|

पिछले कुछ दिनों से ब्रिटेन में ‘ब्रेक्जिट’ के मुद्दे पर जोरदार सियासी संघर्ष शुरू है और प्रधानमंत्री थेरेसा में इनकी नेतृत्व की सरकार कौनसा विकल्प स्वीकारती है यह अबतक तय नही हुआ है| प्रधानमंत्री मे ने ‘ब्रेक्जिट’ समझौते में महासंघ से और भी सहुलियत प्राप्त करने की गवाही दी है और इसके लिए वह फिर से ब्रुसेल्स पहुंच कर महासंघ की मुख्यालय को भेंट देनेवाली है| लेकिन, महासंघ ने ब्रिटेन पहले अपनी भूमिका तय करे और उसके बाद ही बातचीत करे, यह भूमिका रखकर संबंधी समझौते पर दुबारा बातचीत करने से इन्कार किया है|

महासंघ की इस भूमिका पर ब्रिटेन से नाराजगी व्यक्त हो रही है और कौझिन्स्की एवं फौक्स इनका वक्तव्य इसीका हिस्सा है| संसद सदस्य दौझिन्स्की इन्होंने, ब्रिटेन ने युरोप के लिए अबतक किये योगदान की जानकारी देते समय दुसरे विश्‍वयुद्ध के बाद की गतिविधियों का जिक्र किया| ब्रिटेन ने युरोप के कई देशों को आजाद करने में और उन्हें दुबारा खडा करने के लिए अहम भूमिका निभाने का दावा कौझिन्स्की इन्होंने किया है| विश्‍वयुद्ध के बाद युरोपीय देशों के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त करने के साथ ही उन्हें दुबारा खडा करने के लिए ब्रिटेन ने बडा त्याग किया है, ऐसा डैनिअल कौझिन्स्की इन्होंने बताया है|

साथ ही महासंघ में शामिल होने के साथ बी ब्रिटेन ने लगभग ३७० अरब पौंड का योगदान किया है, यह दावा भी उन्होंने इस दौरान किया| जर्मनी एवं अन्य देशों को दुसरे विश्‍व युद्ध के बाद अमरकासे बडी मात्रा में सहायता प्राप्त हुई, वही ब्रिटेन ने १९९० के बाद ऐसी सहायता स्वीकारने बंद किया था, इन शब्दों में कौझिन्स्की इन्होंने ब्रिटेन ने किए त्याग का जिक्र किया| लेकिन, इसके बावजूद ‘ब्रेक्जिट’ के मुद्दे पर युरोपीय महासंघ ब्रिटेन से काफी अपमानजनक बरताव करता है, यह बात ब्रिटेन ध्यान में रखेगा, यह चेतावनी कौझिन्स्की इन्होंने दी है|

महासंघ ब्रेक्जिट के समझौते पर दुबारा बातचीत करने से इन्कार करके ‘नो ब्रेक्जिट’ का विकल्प स्वीकारने पर जोर दे रहा है| समझौता होना दोनों पक्षों के हित में रहेगा| ऐसे समय चर्चा करनी ही नही है, ऐसी भूमिका पर कायम रहना गैरजिम्मेदाराना होगा, इस शब्दों में ब्रिटेन के व्यापार मंत्री लिआम फौक्स इन्होंने महासंघ को फटकार लगायी है|

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