भारत के साथ संबंध सुधारने का जिम्मा पाकिस्तान का – व्हाईट हाउस की फटकार

वॉशिंगटन – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भारतीय प्रधानमंत्री को खत देकर दोनों देशों में बातचीत करने के लिए प्रस्ताव रखा| पाकिस्तान ने पहले भी भारत के सामने बातचीत के लिए प्रस्ताव रखे थे| लेकिन, जबतक पाकिस्तान आतंकवाद का पुरस्कार करता है, तबतक बातचीत मुमकीन नही है, यह कहकर भारत ने सभी प्रस्ताव ठुकराए थे| फिर भी बार बार बातचीत का प्रस्ताव रखकर पाकिस्तान सीर्फ भारत ही बातचीत करने से इन्कार करने की बात विश्‍व के सामने रखने की कोशिश कर रहा है| लेकिन, इस कोशिश में पाकिस्तान को नाकामयाबी प्राप्त होती स्पष्ट तौर पर दिख रही है| भारत-पाकिस्तान संबंध सुधारने का जिम्मा भारत का नही है, बल्कि यह जिम्मा पाकिस्तान का ही है, ऐसा अमरिका के व्हाइट हाउस ने कहा है|

पाकिस्तान लगातार बातचीत का प्रस्ताव देता है| लेकिन, भारत यह प्रस्ताव ठुकराकर जंगी रवैये का प्रदर्शन कर रहा है| पाकिस्तान को शांति और सहयोग की अपेक्षा है, लेकिन, भारत यह स्वीकार नही करता’, यह तकरार पाकिस्तान करता है| ऐसा करके अंतरराष्ट्रीय समुच्चय की सहानुभूती प्राप्त करने की कोशिश पाकिस्तान के नेता कर रहे है| पाकिस्तान के राजनयिक अधिकारी भी इसका समर्थन करके प्रमुख देशों के सामने भारत की तकरार कर रहे है| इसके पीछे प्रधानमंत्री इम्रान खान सरकार की होशियारी होने की बात पाकिस्तान के पत्रकार उजागर तौर पर स्वीकार रहे है|

लेकिन, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने पाकिस्तान की इस कोशिश को अभी समर्थन नही दिया है| बल्कि अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष का दफ्तर व्हाईट हाउस से पाकिस्तान को फटकार लगानेवाला जवाब प्राप्त हुआ है| भारत के साथ संबंध सुधारने का जिम्मा पाकिस्तान का है, इस दिशा में पाकिस्तान ही कोशिश करें, ऐसा व्हाईट हाउस ने चेतावनी दी| आतंकियों पर कडी कार्रवाई करके पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत करने के लिए सही माहौल का निर्माण करें| अपने क्षेत्र में मौजूद आतंकियों को खुली छुट दिए बिना पाकिस्तान यह कार्रवाई करें| ऐसा हुआ तो ही भारत के साथ पाकिस्तान के संबंधों में सुधार होगा, यह फटकार व्हाईट हाउस ने लगाई है|

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने प्राथमिक कार्रवाई की, लेकिन यह कार्रवाई काफी नही है, यह फटकार व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारी ने लगाई है| इस कारण अगले दिनों में आतंकियों के विरोध में और भी कडी कार्रवाई करने की मांग अमरिका पाकिस्तान के सामने रख सकती है, यह संकेत प्राप्त हो रहे है| यह अहसास होने से ही पाकिस्तान की सरकार भारत के साथ बातचीत करने के लिए कडी कोशिश कर रही है| खास तौर पर किरगिजिस्तान की ‘बिश्केक’ में हो रही एससीओ की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात हो, इस लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खास कोशिश कर रहे है, इसके पीछे यही कारण दिख रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.