आतंकी आफिया सिद्दिकी की रिहाई के लिए पाकिस्तान के चरमपंथी ने अमरीका में चार लोगों को बंधक बनाया – पुलिस कार्रवाई में चरमपंथी ढ़ेर

वॉशिंग्टन – शनिवार को अमरीका के टेक्सास राज्य के कौलिविले में स्थित जू धर्मियों के प्रार्थना स्थल में घुसकर मोहम्मद सिद्दिकी ने चार लोगों को बंधक बनाया था। अमरीकी अदालत ने ८६ वर्ष कारागृह की सज़ा सुनाई थी उस आफिया सिद्दिकी की रिहाई की माँग मोहम्मद ने की। पाकिस्तान की आफिया सिद्दिकी ‘लेडी अल कायदा’ के नाम से प्रसिद्ध थी और उसकी रिहाई की माँग करनेवाला मोहम्मद सिद्दिकी भी पाकिस्तानी ही है। लेकिन, पुलिस ने कार्रवाई करके मोहम्मद को ढ़ेर करके उसके द्वारा बंधक बनाए गए चार लोगों को सुरक्षित रिहा किया।

आफिया सिद्दिकीमोहम्मद सिद्दिकी ने स्वयं को आफिया का भाई कहा था। जू धर्मियों के सिनेगॉग में दाखिल होने के साथ ही वह ऐसे नारे लगा रहा था। इतना ही नहीं बल्कि, आफिया सिद्दिकी पर हुई कार्रवाई के लिए इस्रायल ज़िम्मेदार होने के दावे भी मोहम्मद सिद्दिकी ने किए। सिनेगॉग में चार लोगों को बंधक बनाकर उनकी रिहाई के बदले में मोहम्मद ने आफिया सिद्दिकी की रिहाई की माँग की। लेकिन, टेक्सास पुलिस ने शीघ्रता से कार्रवाई करके मोहम्मद सिद्दिकी को ढ़ेर किया और बंधकों को मुक्त किया। इस वजह से फिर एक बार आतंकियों के पाकिस्तान से कनेक्शन का पर्दाफाश हुआ है।

अफ़गानिस्तान में तैनात अमरिकी सैनिकों पर हमले करने की साज़िश रचनेवाली आफिया सिद्दिकी को २०१० में अमरिकी अदालत ने ८६ वर्ष जेल की सज़ा सुनाई थी। अमरीका में ही शिक्षा प्राप्त करनेवाली सिद्दिकी न्यूरोसर्जन है और वह अल कायदा के लिए काम करती थी यह बात स्पष्ट हुई है। वर्ष २००८ में आफिया को अफ़गानिस्तान से गिरफ्तार किया गया था। उसे अमरीका में सुनाई गई सज़ा पर पाकिस्तान से तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हुई थी। पाकिस्तान के भूतपूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रज़ा गिलानी ने तो आफिया पाकिस्तान की बेटी होने के दावे किए थे। पाकिस्तान के चरमपंथियों ने आफिया की रिहाई के लिए काफी आवाज़ उठाई थी।

अमरीका में रहनेवाले कुछ पाकिस्तानियों ने आफिया सिद्दिकी को कैद किए गए जेल पर हमला करके उसे रिहा करने की साज़िश रचि थी। इस मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है और उसे २२ वर्ष जेल की सज़ा सुनाई गई है। अब मोहम्मद सिद्दिकी ने आफिया की रिहाई के लिए की हुई हरकत के कारण फिर से इस मामले की अहमियत रेखांकित हुई है।

पाकिस्तान में आतंकियों की जड़ें कितनी गहराई तक पहुँची हुई हैं, यह बात इससे साबित होती है, ऐसा आरोप अमरिकी इंटरप्राईज इन्स्टीट्यूट नामक अ्ध्ययन मंड़ल ने लगाया है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन को भी इस मामले का संज्ञान लेना पड़ा है। इस मामले में पूछताछ जारी है और इससे अधिक जानकारी सामने आएगी। लेकिन, जू धर्मियों के खिलाफ द्वेष फैलाने की साज़िश को नाकाम करके चरमपंथियों को रोका जाएगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कहा है। ऐसे में इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने जू धर्मियों के खिलाफ अभी भी द्वेष कायम होने की बात इस मामले ने साबित किया है, ऐसा बयान किया है। हम सबको इसके खिलाफ विश्‍वभर में संघर्ष करने की ज़रूरत होने का आवाहन प्रधानमंत्री बेनेट ने किया।

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