भूखमरी की वजह से अफ़गान नागरिक अपने अवयव बेचने के लिए मज़बूर

afghan-hunger-body-parts-2न्यूयॉर्क/काबुल – ‘लाखों अफ़गान नागरिक मृत्यु की दहलिज पर खड़े हैं। अफ़गानियों की सहायता के लिए अधिक देरी कर नहीं सकते’, यह आवाहन संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने किया। कुछ हफ्ते पहले भूखमरी के संकट में फंसे अफ़गान नागरिक अपने बच्चों को बेचेने के लिए मज़बूर होने की दहलानेवाली खबर सामने आयी थी। अब अपने परिवार का पेट भरने के लिए अफ़गानियों को अपने अंग बेचने पड़ रहे हैं, ऐसी बड़ी भयानक बात सामने आयी है।

afghan-hunger-body-parts-1पिछले कई वर्षों से अफ़गानिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय सहायता पर निर्भर है। अफ़गानिस्तान से मलमली गालिचे, सूखा मेवा निर्यात होता है। इसी के साथ इस देश में एक ट्रिलियन डॉलर्स या उससे अधिक कीमत की खनिज संपत्ति होने का दावा किया जा रहा है। इसके बावजूद पिछले पांच दशकों से अफ़गानिस्तान की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बिगड़ी हुई है और अमरीका, यूरोपिय देश, वैश्‍विक बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश से प्राप्त हो रही आर्थिक सहायता पर इस देश का कारोबार चल रहा है।

ऐसी स्थिति में पिछले वर्ष अगस्त में तालिबान ने राजधानी काबुल का कब्ज़ा करके अपनी हुकूमत स्थापित की। इसकी तीव्र गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनाई पड़ी है और अमरीका के साथ वैश्‍विक समुदाय ने अफ़गानिस्तान की आर्थिक सहायता रोक दी है। वर्ष २०२० में दोहा समझौते के अनुसार तालिबान ने अफ़गानिस्तान में सर्वसमावेशक सरकार का गठन नहीं किया है, इसकी याद दिलाकर अमरीका ने अफ़गानिस्तान की तकरीबन ९.५ अरब डॉलर्स की निधि रोक रखी है।

afghan-hunger-body-parts-3तालिबान ने भी लड़कियों की शिक्षा पर पाबंदी लगाई है। महिलाओं पर अन्यायी प्रतिबंध लगाए और अल्पसंख्यांकों पर कार्रवाई करना जारी रखा है। इस वजह से अंतरराष्ट्रीय समूदाय ने तालिबान की हुकूमत को स्वीकृति प्रदान करने से इन्कार किया। अंतरराष्ट्रीय समूदाय के बहिष्कार की वजह से अफ़गानियों पर भीषण संकट टूट पडने की चिंता व्यक्त की जा रही है। तकरीबन ८७ लाख अफ़गान नागरिक भूखमरी के संकट का सामना करने के लिए मज़बूर होने का इशारा संयुक्त राष्ट्रसंघ ने दिया है। कुछ दिन पहले राष्ट्रसंघ ने अफ़गानिस्तान के लिए पांच अरब डॉलर्स की निधि इकठ्ठी करने के लिए आवाहन किया था। लेकिन, अब तक अंतरराष्ट्रीय समूदाय का अपेक्षित प्रतिसाद प्राप्त ना होने की चिंता महासचिव गुतेरस ने व्यक्त किया।

भीषण गरिबी का सामना कर रहे अफ़गानी अपने अंगों की बिक्री कर रहे हैं, ऐसी खबर इस स्थिति में सामने आ रही है। अफ़गानिस्तान के हेरात प्रांत में अफ़गान नागरिक परिवार का पेट भरने के लिए दो से आठ लाख अफ़गानी में अपने अंगों की बिक्री कर रहे हैं। इसके लिए कुछ अफ़गान नागरिक अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज़ कर रहे हैं, यह चिंता स्थानीय डॉक्टर्स एवं वैद्यकीय सलाहकार व्यक्त कर रहे हैं। तालिबान की हुकूमत में रोजगार पाना भी कठिन होने से परिवार का पेट भरने के लिए अंगों की बिक्री करने के लिए मज़बूर होने का कुछ अफ़गानियों का कहना है।

इसी बीच, अफ़गानिस्तान के ईशान्य कोण के बड़ाखशान प्रांत में कुपोषण की वजह से १०४ लोगों की मौत हुई है और इनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है।

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