पाकिस्तान ने हफीज सईद पर कारवाई रोकी

इस्लामाबाद: फ्रान्स की राजधानी पॅरिस में ‘फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स’ एफएटीएफ की बैठक शुरू हुयी है। इस बैठक में आतंकवादियों को आश्रय देने वाले एवं उन्हें सभी रुप से सहायता करने वाले पाकिस्तान को ‘वॉच लिस्ट’ में डालने की तैयारी शुरू हुयी है। उसके बाद पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों पर कारवाइ करने की खबरें प्रसिद्ध हुयी थी। पर अब पाकिस्तान यह कारवाइ करने में उत्सुक ना होने की बात स्पष्ट हुयी है। हफिज सईद जैसे आतंकवादी पर कारवाइ करने से पाकिस्तान में अराजकता फैलने के डर से यह कारवाइ टाली जा रही है, ऐसा दावा पाकिस्तान के माध्यमों ने किया है।

सईद पर कारवाई, रोक, एफएटीएफ, पाकिस्तान, अराजकता, पॅरिस, ब्रिटेन

अमरिका एवं ब्रिटेन ने पाकिस्तान को एफएटीएफ के वॉच लिस्ट में डालने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है और उसे फ्रान्स एवं जर्मनी से समर्थन मिला है। इस वृत्त के बाद पाकिस्तान में खलबली फैली है। पहले ही नुकसान में होने वाले पाकिस्तान की वित्त व्यवस्था पर इसका बहुत बड़ा प्रभाव होगा, ऐसा देश के विश्लेषक कह रहे हैं। पाकिस्तान का इस सूची में समावेश होने पर पाकिस्तान की विदेशी निवेश रुकेगी एवं इससे पहले हुयी निवेश देश से बाहर जाने की गहरी आशंका है। इसकी वजह से डरे हुए पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों पर कारवाइ करनी शुरू की थी। उसके अनुसार हफिज सईद एवं उसकी जमात-उल-दावा आतंकवादी संगठन पर कारवाइ के संकेत पाकिस्तान ने दिए थे।

पर इस कारवाइ के संदर्भ में हुए उच्चस्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासीके सामने अलग ही मुद्दा उपस्थित किया गया है। पिछले वर्ष के नवंबर महीने में एक कट्टरपंथी ने २००० समर्थकों के साथ राजधानी इस्लामाबाद में धरना दिया था। इसकी वजह से इस्लामाबाद बंधक होने का चित्र दिखाई दिया था। ऐसी परिस्थिति में हफिज सईद जैसे बड़े आतंकवादी नेता पर कारवाइ की तो हजारों समर्थक रास्ते पर उतरेंगे और पाकिस्तान में अराजकता फैलेगी, ऐसा डर कई लोगों ने प्रधानमंत्री अब्बासीके सामने व्यक्त किया है। तथा इस आशंका से दबाव में आए हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने सईद पर होने वाली कारवाइ रोकी है।

इसका परिणाम पॅरिस के एफएटीएफ के परिषद में दिखाई दे सकता है। जिसकी वजह से पाकिस्तान को वॉच लिस्ट में डालने का मार्ग अधिक सुलभ होने की बात दिखाई दे रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.