भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान आतंकवादियों का इस्तेमाल कर रहा है : अमरिकी सांसद और विश्‍लेषकों का इल्जाम

वॉशिंग्टन, दि. २: ‘भारत अफगानिस्तान से सहयोग करनेवाला सबसे बड़ा पड़ोसी देश है| लेकिन दोनों देशों के बीच यह बढ़ता सहयोग, भारत की ओर दुश्मन के रूप में देखनेवाले पाकिस्तान को कतई मंज़ूर नहीं है| इसीलिए पाकिस्तान भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ आतंकवादी संगठनों का इस्तेमाल कर रहा है’ ऐसा अमरीका के जानेमाने विश्‍लेषकों ने अमरिकी संसद की समिति के सामने हुई सुनवाई के दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा| अफगानिस्तान में तालिबान और भारत के जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवादी संगठनों की गतिविधियॉं तेज हुई है, तभी अमरीकन कॉंग्रेस के सामने हुई सुनवायी की एहमियत बढ़ी है|

दोनों देशों के बीच यह बढ़ता सहयोग

पिछले हफ़्ते अमरिकी काँग्रेस की समिती के सामने हुई सुनवाई में ‘रँड कॉर्पोरेशन’ के ‘इंटरनेशनल सिक्युरिटी अँड डिफेन्स पॉलिसी सेंटर’ के संचालक सेथ जोन्स ने, पाकिस्तान की आतंकवादी नीति की खुले आम इज्जत निकाली थी| काँग्रेसमन टेड पो ने इस सुनवाई के दौरान पूछे सवालों के जवाब देते समय जोन्स ने कहा कि ‘पाकिस्तान अभी भी आतंकवादियों का इस्तेमाल कर रहा है| पाकिस्तान अफगानिस्तान का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करने के बारे में कोशिश कर रहा है| ऐसे हालात में अफगानिस्तान के भारत के साथ बढ़ रहे सहयोग का पाकिस्तान कभी भी स्वीकार नहीं कर सकता| इसीलिए पाकिस्तान दोनों देशों के खिलाफ आतंकवादियों का इस्तेमाल कर रहा है’ ऐसा दावा जोन्स ने किया है|

‘लाँग वॉर जर्नल’ के संपादक बिल रॉगिओ ने, सेथ जोन्स द्वारा रखे गये मुद्दों का समर्थन करते हुए अमरीकन काँग्रेस की सुनवाई में, ‘पाकिस्तान अभी भी हक्कानी नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए अफगानिस्तान पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहा है’ ऐसी आलोचना की है|

‘तालिबान के कुछ गुट पाकिस्तान के खिलाफ होकर अब पाकिस्तान पर ही हमलें कर रहे हैं| फिर भी पाकिस्तान अपनी नीति को बदलने के लिए तैयार नहीं है| जब तक पाकिस्तान सरकार और खुफिया एजन्सियाँ, आतंकवादियों को सहायता करना और राजनीतिक हेतुओं को साध्य करने के लिए उनका इस्तेमाल करना बंद नहीं करतीं, तब तक कई दशकों तक यह समस्या ऐसी ही रहेगी’ ऐसा दावा रॉगिओ ने किया है| वहीं, ‘पाकिस्तान आतंकवादियों का केंद्र बना हुआ है’ ऐसा कहते हुए काँग्रेसमन टेड पो ने इस देश पर कड़ी कार्रवाई करने का ज़ोरदार समर्थन किया|

सन २०१६ में अमरीका द्वारा पाकिस्तान में किए गए ड्रोन हमले में तालिबान के नेता मुल्ला मन्सूर की मौत हुई थी| इस हमले का हमने समर्थन किया था| आनेवाले समय में भी अमरीका ने पाकिस्तान में ऐसे हमले करते हुए आतंकवादियों को मारना चाहिए, ऐसी माँग टेड पो ने की है| अलकायदा का प्रमुख ओसामा बिन लादेन यह भी पाकिस्तान में ही मिला था| इससे, पाकिस्तान आतंकवादियों के मसले पर अमरीका के साथ खेल खेल रहा है, इस बारे में कोई भी आशंका नहीं है, इसपर पो ने ग़ौर फरमाया|

पाकिस्तान आतंकवादियों पर हमला करने का दिखावा करके, अफगानिस्तान से सटे अपने सीमावर्ती इलाकें में कार्रवाई कर भी रहा है| लेकिन यह कार्रवाई केवल पाकिस्तानी तालिबान तक ही सीमित है, ऐसा टेड पो ने कहा| कुछ दिन पहले अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहगार मॅकमास्टर ने अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उसके बाद भारत का दौरा किया था| इस दौरे में उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि पाकिस्तान किसी भी प्रकार का भेदभाव न करते हुए आतंकवादियों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई करें और यही पाकिस्तान के लिए अच्छा साबित होगा| इसके बाद अमरिकी काँग्रेस में हुई सुनवायी में भी यही सुर अलापा गया है और अमरीका ने इस संदर्भ में पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाना शुरू किया है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

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