पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजक घोषित करें – अमरिकन कांग्रेस के सदस्य की मांग

वॉशिंग्टन – पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजक देश घोषित करें, ऐसी मांग अमरिकन कांग्रेस सदस्य टेड पो ने की है। मुंबई पर आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद पाकिस्तान में मुक्त घूम रहा है। ऐसे आतंकवादी को रक्षा प्रदान करनेवाले पाकिस्तान को अमरिका ने दिया नॉन नाटो अलाय दर्जा निकाल लिया जाए, ऐसा आवाहन टेड पो ने किया है। अमरिका के प्रतिनिधि गृह के सामने बोलते हुए पो ने पाकिस्तान के आतंकवादी धारणाओं की धज्जियां उड़ाई है और इस देश पर कठोर कार्रवाई करने की मांग ट्रम्प प्रशासन के सामने की है।

कुछ दिनों पहले पाकिस्तान की विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अमरिका को भेंट दी थी। उस समय कुरैशी ने अमरिका एवं पाकिस्तान में सहयोग प्रस्थापित हो, ऐसी अपेक्षा व्यक्त की थी। उस पर कड़ी आलोचना करके कांग्रेसमन टेड पो ने कुरैशी को सबसे पहले अपने देश की आतंकवादी धारणा बदले ऐसी सलाह दी थी। यह धारणा बदलने के बाद ही अमरिका के पाकिस्तान के साथ संबंध सुधरेंगे पर उससे पहले अमरिका से पाकिस्तान को किसी भी स्वरूप की सहायता नहीं मिलेगी ऐसा पो ने सूचित किया था।

ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान के आतंकवादी धारणा पर उंगली रखकर इस देश की सहायता रोकी है। इस धारणा की प्रशंसा करके टेड पो ने इसके लिए प्रशासन के आभार माने हैं और पाकिस्तान जैसे आतंकवादी देश को रोकने के लिए इससे अधिक कठोर उपाय करना आवश्यक है ऐसा कहा है। पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजित करने वाला देश घोषित करना आवश्यक बना है। क्योंकि मुंबई पर २६/११ का आतंकवादी हमला करने वाला मास्टरमाइंड हाफिज सईद पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है। उस पर कार्रवाई टाल रहे पाकिस्तान को अमरिका किसी भी स्वरूप की वित्त सहायता नहीं दे सकता, ऐसी कड़ी टीका कांग्रेसमन पो ने की है।

साथ ही ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान को प्रदान किया हुआ नॉन नाटो अलाई स्टेटस वापस लिया जाए, ऐसी आग्रही मांग पो ने की है। हाफिज सईद जैसे आतंकवादी उजागर तौर पर पाकिस्तान में सभा आयोजित करते समय और नौजवानों को हिंसाचार करने के लिए प्रोत्साहन देने के सबूत हमारे पास है, इसकी तरफ पो ने ध्यान केंद्रित किया है। हाफिझ सईद के विरोध में अमरिका ने कार्रवाई की थी, उसे नजरअंदाज करते हुए पाकिस्तानने हाफिज सईद का बचाव किया था। इस देश के विदेश मंत्रियों से अमरिका को उत्तम संबंध स्थापित करने के लिए सीख दी जा रही हैं, इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की है।

इससे पहले भी अमरिका के लोक प्रतिनिधि तथा वरिष्ठ लष्करी अधिकारियों ने और मुत्सद्दीयों ने पाकिस्तान पर कड़े शब्दों में आलोचना की थी। कुछ दिनों पहले अमरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने पाकिस्तान को भेंट दी थी। इस भेंट में पाकिस्तान आतंकवादियों पर कठोर कार्रवाई करें, ऐसी चेतावनी दी गई थी। अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने इस बारे में जानकारी उजागर की है।

पाकिस्तान पर केवल भारत ही नहीं तो अफगानिस्तान और बांग्लादेश भी आतंकवाद फैलाने का आरोप कर रहा है। ईरान के सैनिकों का अपहरण करके पाकिस्तान के आतंकवादियों ने ईरान को भी चेतावनी दी थी। इस रूप से लगभग सभी पड़ोसी देश पाकिस्तान पर आतंकवाद के निर्यात का आरोप कर रहे हैं।

अमरिका ने इसपर ध्यान देते हुए पाकिस्तान पर बड़े तादाद में दबाव बढ़ा रहा है। आगे चलकर अमरिका पाकिस्तान पर निशाना जरूर साधेगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सन २०१८ वर्ष के जनवरी महीने में स्पष्ट किया था। अमरिका का यह दबाव ठुकराने के लिए पाकिस्तान चीन की सहायता ले, ऐसी सलाह इस देश के कई सामरिक तज्ञ दे रहे थे। पर अमरिका ने कार्रवाई शुरू की तो चीन भी पाकिस्तान को नहीं बचा सकता, इसका अहसास अमरिका से दिलाया जा रहा है।

अमरिका के डॉलर के लिए पाकिस्तान आतंकवादी खत्म करेगा – हाफिज सईद की चिंता

अमरिका से आर्थिक सहायता की अपेक्षा होनेवाले पाकिस्तान की नई सरकार यह सहायता प्राप्त करने के लिए आतंकवादियों को खत्म करने की तैयारी कर रही है, ऐसी आलोचना हाफिज सईद ने की है। अमरिका ने बिछाए हुए जाल में पाकिस्तान की नई सरकार फसने का आरोप भी सईद ने किया है।

लाहौर में आयोजित किए एक खुली सभा में बोलते हुए हाफिज सईद ने प्रधानमंत्री इम्रान खान इनकी सरकार पर कड़े आरोप किये है। अमरिका से वित्त सहायता प्राप्त करने के लिए कश्मीर के लिए जिहाद करने वालो को ढेर करने की तैयारी प्रधानमंत्री इम्रान खान इनकी सरकार ने करने की बात कहकर, यह अत्यंत खेदजनक बात होने का दावा सईद ने किया है।

साथ ही अमरिका इम्रान खान इनकी सरकार पर कट्टरपंथियों से चलाए जानेवाले मदरसे बंद करने के लिए दबाव डालने की बात सईद ने कही है। अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी ऐसी पहचान होनेवाले हाफिज सईद ने लाहौर में भरी सभा में यह विधान करके पाकिस्तान के नए सरकार के सामने बाधा ही बढ़ाने की बात दिखाई दे रही है। इसकी वजह से हाफिज सईद पाकिस्तान में हिंसाचार का प्रसार करने के आरोप नए से सिद्ध हो रहे हैं।

 

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